मऊ। एक तरफ ठंड ने लोगों को घरों के भीतर दुबकने पर मजबूर कर दिया है, वहीं दूसरी तरफ बिजली ने भी लोगों को रुलाना शुरू कर दिया है। दिन व रात के समय कई बार बिजली गुल होने से उपभोक्ता आजिज आ गए हैं। पिछले दो दिनों में कहीं सात-आठ तो कहीं सीधे 18 घंटे तक बिजली गायब रही है। सारी-सारी रात लोगों ने अंधेरे का सामना किया है। भीषण बिजली कटौती से शहर से लेकर गांव तक हाहाकार मचा हुआ है, लेकिन विभागीय उच्चाधिकारी केवल लोकल फाल्ट को इसके पीछे वजह बता रहे हैं।
वहीं कोपागंज के टंडियाव विद्युत उपकेंद्र से देर रात गायब हुई बिजली दूसरे दिन सुबह 11 बजे तक गायब रही। वहीं, घोसी के ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिजली लापता रही। शहर के उपभोक्ता देर शाम तक बिजली की प्रतीक्षा करते रहे। बिजली न रहने से जहां बुनकरों के सामने रोजी-रोटी की समस्या सामने आने लगी है, वहीं घरों में भी उपभोक्ताओं को तरह तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं दूसरी तरफ़ मुहम्मदाबाद गोहना तहसील क्षेत्र में मंगलवार की शाम से गायब बिजली दूसरे दिन 18 घंटे तक नदारत थी। इस दौरान घरों में लोग पेयजल के लिए तरस गए। बाजार में बिजली से चलने वाली मशीनें ठप पड़ी रहीं। शहर के मालों व शापिग कांप्लेक्स को डीजल जनरेटर चलाकर रौशन रखना पड़ा। बिजली के उपकरण ठीक करने वाले मैकेनिक बिजली के अभाव में बेरोजगार बैठे रहे।
वहीं दूसरी तरफ़ बिजली के अभाव में अधिकांश घरों में धोने, नहाने, सुखाने आदि से संबंधित कार्य प्रभावित हुए। बता दें कि वहीं एसके सरोज, अधीक्षण अभियंता विद्युत ने बताया कि पर्याप्त बिजली दी जा रही है। घोसी में एक दुर्घटना के चलते बिजली के कुछ पोल गिर गए जिससे दिक्कत हुई है। अन्य स्थानों पर लोकल फाल्ट के चलते समस्या आई है।