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यूपी: वाराणसी बीएचयू ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए डीआरडीओ अस्पतालो को एक्टिवेट करने के लिए लिखा पत्र।
वाराणसी। शहर में कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर स्वास्थ्य महकमा सतर्क हो गया है। कोरोना की तीसरी लहर आती भी है तो उसका सामना करने के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं व्यवस्थित कर ली गई है। सभी अस्पताल अपने यहां लगे आक्सीजन प्लांट का पहले से ही प्रतिदिन ट्रायल के लिए संचालित कर रहे हैं। इसके लिए कई बार माक ड्रिल भी हो चुका है।
वहीं इसी बीच चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू स्थित सर सुंदरलाल अस्पताल प्रशासन ने पत्र लिखकर एम्फीथिएटर परिसर में बने 750 बेड के अस्थायी अस्पताल को जल्द से जल्द एक्टिव करने का आग्रह किया है। उद्देश्य यह कि कोरोना के मामले बढ़ने पर बीएचयू अस्पताल की सेवाएं बिना बाधित किए डीआरडीओ के अस्थायी अस्पताल में उपचार हो सके।
बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर में केंद्र सरकार की पहल पर डीआरडीओ ने बीएचयू में अस्थायी अस्पताल बनाया है। इसमें 250 बेड का आइसीयू है। साथ ही तमाम आधुनिक मशीन व अन्य उपकरण भी लगे हैं। हालांकि कोरोना की दूसरी लहर शांत के बाद इस अस्पताल को बंद कर दिया गया। इसे देखते हुए बीएचयू अस्पताल ने खुद आगे आकर पहल की है। एसएस अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. केके गुप्ता ने बताया कि उनकी ओर से डीआरडीओ के अस्पताल को तत्काल चालू करने के लिए पत्र लिखा गया है।
वहीं दूसरी तरफ़ प्रो. केके गुप्ता ने बताया कि बीएचयू अस्पताल के शताब्दी सुपर स्पेशिलियटी ब्लाक का छठवां तल कोरोना के लिए रिजर्व रखा गया है। इसके साथ ही स्वास्थ्यकर्मियों के लिए स्पेशल वार्ड ए को भी सुव्यवस्थित कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि गाइड लाइन आई तो अपने अस्पताल की अन्य सेवाएं बंद कर कोरोना के लिए शुरू कर दी जाएगी। हालांकि बेहतर होता कि डीआरडीओ अस्पताल को चालू कर दिया जाए।
वहीं दूसरी तरफ़ सीएमओ डा. संदीप चौधरी ने बताया कि कोरोना की अगर तीसरी लहर आती भी तो हमारी तरफ से सारी तैयारी पूरी कर ली गई है। माक ड्रिल भी कई बार कर लिया गया है। साथ ही दवाएं व अन्य मशीनरी भी सुव्यवस्थित कर ली गई हैं। सिर्फ जरूरत है कि सभी लोग सतर्क रहें। भीड़ में न जाएं। मास्क जरूर लगाएं।