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यूपी: गोरखपुर में पुलिस के लिए चुनौती बने वाहन चोर।

यूपी: गोरखपुर में पुलिस के लिए चुनौती बने वाहन चोर।


गोरखपुर। बेखौफ वाहन चोर पुलिस के लिए चुनौती बन गए हैं। पिछले एक साल में जोन के 11 जिलों में 1240 चार पहिया और दोपहिया वाहन चोरी हो चुके हैं। जिसमे 512 वाहन गोरखपुर से चोरी हुए हैं। जिसमें 50 चार पहिया वाहन शामिल है। पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह पर शिकंजा कसने में नाकाम है।

वहीं दोपहिया चार पहिया वाहन चोरों ने अपना आतंक मचा रखा है। ये चोर पलक छपकते ही दरवाजे और बाजार में खड़ी गाड़ी व बाइक चोरी कर ले जाते है। इन पर अंकुश लगाने के लिए लंबे समय से पुलिस कार्ययोजना बना रही है लेकिन फेल साबित हो रही है। कई घटनाओं के सीसी कैमरा फुटेज मिलने के बाद भी पुलिस चोर तक पहुंच नहीं पाई। बढ़ती चोरी की घटनाओं से आम आदमी का पुलिस प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था से विश्वास उठता जा रहा है। लोगों को अब यह डर भी सताने लगा है कि बाजार में कहीं पर वाहन खड़ा किया तो सुरक्षित नहीं है।

वहीं गोरखपुर में शहर के रामगढ़ताल व कैंट क्षेत्र में सबसे ज्यादा चार पहिया वाहन की चोरी हुई है।कैंट क्षेत्र के मोहद्दीपुर में निवासी राज सिंह की दो साल के भीतर दो चार पहिया गाड़ी चोरी हो चुकी है।अप्रैल 2018 में चोर दरवाजे पर खड़ी स्कार्पियों उठा ले गए थे।तीन दिन पहले उनकी क्रेटा गाड़ी चोरी हो गई।फुटेज होने के बाद भी पुलिस अभी तक खाली हाथ है।

वहीं चोरी हुए वाहन को बरामद करने में गोरखपुर पुलिस का रिकार्ड जोन में सबसे खराब है। आंकड़ों के अनुसार चोरी हुए वाहन में केवल 15 फीसद ही बरामद हुए।सबसे अच्छी देवरिया की है जहां की पुलिस चोरी के 73 फीसद वाहन बरामद कर चुकी है। दूसरे नंबर पर कुशीनगर व तीसरे पर गोंडा का स्थान है, जहां 62 फीसद वाहन बरामद हो चुके हैं।

बता दें कि वहीं एडीजी जोन अखिल कुमार ने बताया कि वाहन चोरी करने वाले गिरोह पर शिकंजा कसने के लिए जोन के सभी पुलिस कप्तान को निर्देश दिए गए हैं।गोरखपुर में वाहन चोरी की घटना पर अंकुश लगाने के लिए प्रभावी कार्ययोजना तैयार की जा रही है।