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यूपी: वाराणसी सर्किट हाउस परिसर में बेसमेंट पार्किंग को वाहनों का हो रहा इंतजार।
वाराणसी। सर्किट हाउस परिसर में 26.77 करोड़ की लागत से नवनिर्मित अंडर ग्राउंड पार्किंग में महज दस से बीस फीसद ही वाहन खड़े हो रहे हैं। शेष पूर्व की तरह सड़क पर खड़े किए जा रहे हैं लेकिन इसे हटाने की हिम्मत पुलिस-प्रशासन नहीं जुटा पा रहा है। लाचारी, यह कि रास्ते पर लगने वाले जाम के बीच आला अधिकारी प्रतिदिन गुजर रहे हैं।
वहीं सिर्फ अधिकारी ही नहीं मंत्री समेत कई जनप्रतिनिधि भी इसी रास्ते से आ जा रहे हैं, जाम से जूझ रहे हैं लेकिन सब मौन साधे हुए हैं। बल्कि जाम से परेशान पब्लिक आए दिन सवाल कर रही है कि पार्किंग का औचित्य क्या है। आम लोगों की गाड़ी सड़क पर खड़ी होती है तो चालान काट दिया जाता है। यहां तो हजारों गाड़ी खुलेआम सड़क पर खड़ी रहती हैं, क्यों नहीं चालान काटा जा रहा है। इस पर जिम्मेदार ही मौन हैं।
बता दें कि वहीं 25 अक्टूबर को प्रधानमंत्री ने पार्किंग लोकार्पित किया तो एक सप्ताह तक पुलिस प्रतिदिन ध्वनि विस्तारक यंत्र से लोगों से आग्रह करती दिखी कि वाहन सड़क से हटाकर पार्किंग में रखें, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ। वहीं अंडर ग्राउंड पार्किंग की क्षमता चार पहिया व दो पहिया वाहनों की लगभग पांच सौ है निशुल्क पार्किंग से जुड़े लोगों का कहना है कि व्यवस्थित ढंग से वाहनों को पार्क किया जाए तो एक हजार से अधिक वाहन यहां खड़े किए जा सकते हैं।
वहीं बहरहाल सोमवार को बामुश्किल से ऊपरी फ्लोर पर पंद्रह से बीस चार पहिया वाहन तो वहीं ग्राउंड पर पचास से भी कम दो पहिया वाहन खड़े थे। पार्किंग का अस्सी फीसद क्षेत्र पूरी तरह खाली पड़ा रहा। जबकि इस पार्किंग के बाहर बिल्कुल दीवार से सटे रोड पर पांच सौ से अधिक वाहन खड़े किए गए थे। रोड के डिवाइडर पर भी दर्जनों वाहन पार्क थे। इसके ठीक सामने एक पार्किंग में ठूंस-ठूंसकर वाहन खड़े किए गए थे।