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यूपी: कानपुर में बच्चों को कंपाने लगी सर्दी लेकिन नहीं मिली स्वेटर की राशि।

यूपी: कानपुर में बच्चों को कंपाने लगी सर्दी लेकिन नहीं मिली स्वेटर की राशि।


कानपुर। बेसिक शिक्षा विभाग हो या फिर माध्यमिक शिक्षा विभाग। अफसरों की लचर कार्यशैली के चलते हमेशा की तरह जिले के 50 हजार बच्चों को समय से स्वेटर, जूता-मोजा व स्कूल बैग की राशि नहीं मिल सकी है। एक ओर जहां सर्दी चरम पर है, तो वहीं माध्यमिक विद्यालयों में पढऩे वाले छठवीं से आठवीं तक के बच्चे अब सर्दी में ठिठुरने पर मजबूर होंगे। 

वहीं मामले का संज्ञान लेने के बाद स्कूल महानिदेशक बेसिक शिक्षा अनामिका सिंह ने कहा है, कि समय से विभाग के पास उन बच्चों का डाटा नहीं पहुंचा तो माध्यमिक विद्यालयों में उक्त कक्षाओं के छात्र हैं। हालांकि, बोलीं जल्द ही ऐसे बच्चों के लिए भी राशि भेजी जाएगी। दरअसल इस सत्र में बेसिक शिक्षा विभाग से संबद्ध प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों के खातों में 1100 रुपये की राशि पिछले माह से भेजी जाने लगी थी। 

वहीं इस राशि से उन्हें स्वेटर, यूनिफार्म, जूता-मोजा व स्कूल बैग लेना था। पिछले सालों में विभाग द्वारा जो बच्चों को उक्त सामान दिया जाता था, तब सामान की गुणवत्ता पर सवाल उठते थे। इसलिए शासन स्तर से ही प्रक्रिया को बदला गया। जिले में एक लाख से अधिक प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों को तो राशि भेज दी गई, मगर माध्यमिक विद्यालयों में पढऩे वाले बच्चों का संज्ञान जिले के अफसरों ने नहीं लिया। अफसरों की लापरवाही का नतीजा है, कि उन बच्चों को अब तक किसी तरह की राशि नहीं मिल सकी। 

वहीं डा.गिरीश मिश्रा, मंडल अध्यक्ष उप्र प्रधानाचार्य परिषद ने बताया कि प्रेरणा पोर्टल पर छात्रों का डाटा तो फीड करा लिया गया। मगर किसी तरह की राशि बच्चों के अभिभावकों के खातों में अब तक नहीं भेजी गई। वहीं अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों के लिए डीबीटी योजना लागू है या नहीं, ये बात बीएसए बता पाएंगे। वहीं जल्द ही उन बच्चों को राशि भेजी जाएगी, जो योजना के लिए पात्र होंगे। डाटा चेक कराया जा रहा है।