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वाराणसी : पर्यटन विकास की तलाशी जाएगी संभावना, चरणबद्ध तरीके से होगा कार्य

वाराणसी : पर्यटन विकास की तलाशी जाएगी संभावना, चरणबद्ध तरीके से होगा कार्य

वाराणसी । गंगा पार रेती में भी पर्यटन विकास की संभावना तलाशी जाएगी। यह संकेत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को दिया। वहीं, खिड़किया घाट का पुनरुद्धार कार्य अविलंब पूरा किया जाएगा ताकि गंगा पार रेती पर संभावित विकास का जल मार्ग से जुड़ाव हो सके।

वास्तव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को खिड़किया घाट पर भ्रमण कर रहे थे तो मुख्यमंत्री से इस संभावना को लेकर चर्चा की। बाबा काल भैरव मंदिर में दर्शन-पूजन कर जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जलयान से बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ धाम जाने के लिए खिड़किया घाट पर पहुंचे तो उनकी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से विकास कार्यों को लेकर चर्चा की हुई। इसमें पीएम मोदी ने स्मार्ट सिटी योजना से खिड़किया घाट पर हो रहे पुनरुद्धार कार्य को देखा। अधूरे निर्माण को अविलंब पूरा करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने गंगा में आई बाढ़ व कोरोना संक्रमण काल में निर्माण की गति धीमी होने की जानकारी दी। पीएम मोदी ने सुझाया कि यदि बड़ा प्रोजेक्ट है तो चरणबद्ध तरीके से पूरा करना चाहिए। इससे कम समय में परियोजना को चरणबद्ध तरीके से जनोपयोगी बनाया जा सकता है। पीएम मोदी ने गंगा पार विकास की संभावनाओं को लेकर चर्चा के दौरान रेती में बनी नहर को लेकर भी बात की।


श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के नव्य-भव्य स्वरूप के लोकार्पण उत्सव में दैनिक जागरण की ओर से रेत आकृति सजाई गई। धाम के गंगा द्वार पर रेत से उभरा शिवलिंग आकर्षण का केंद्र रहा। दूसरे दिन भी इसकी झलक पाने के लिए जो पहुंचा श्रद्धावनत हो गया। इसके अलावा शिव दीपावली उत्सव के तहत गोदौलिया से दशाश्वमेध घाट तक सजाई गई मानव शृंखला व दीपमाला की चर्चा रही। मैथिल समाज की ओर से गौतम झा के संयोजन में झिझिया नृत्य प्रस्तुति और परिधान भी सराहा गया। तिब्बती वाद्य यंत्रों की धुन लोगों की स्मृतियों में घुला रहा।