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वाराणसी : केंद्रीय रेल , संचार , इलेक्ट्रिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैंट स्टेशन का किया औचक निरीक्षण .

वाराणसी : केंद्रीय रेल , संचार , इलेक्ट्रिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैंट स्टेशन का किया औचक निरीक्षण .


वाराणसी । केंद्रीय रेल एवं संचार , इलेक्ट्रिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार की रात को प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के कैंट स्टेशन औचक निरीक्षण कर रेल अधिकारियों को कार्य में शिथिलता न बरतने का निर्देश दिया तथा पूरे 45 मिनट के निरीक्षण के दौरान केंद्रीय मंत्री ने स्टेशन पर रिमांड लीग के तहत चल रही निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को भी चेक किया । इस दौरान उत्तर रेलवे के अधिकारियों को सख्त लहजे में हिदायत भी दी गई तथा उन्हें अपनी नकारात्मक सोच को बदलने का निर्देश दिया । उन्होंने अपनी बातों में कहा कि भारतीय रेलवे को क्षेत्रों में ना बांटा जाए तथा देश के विकास कार्यों को मिलकर मूर्त रूप देने का काम करें।

बता दें कि केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार की रात्रि 8:30 बजे कैंट स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर एक का जायजा किया और वहां साफ-सफाई तथा यात्रियों की सुविधा का भी निरीक्षण किया इसके बाद Executive Louse में दाखिल हुए अंदर मौजूदा और सुविधा और काशी की कलाकृतियों पर आधारित सजावट को बारीकी से देखा और यहां चाय पीकर संचालक और कर्मचारियों से बातचीत भी की करीब 20 मिनट तक लाउड हाउस का निरीक्षण करने के साथ बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहल पर अमृत महोत्सव के तहत 75 में वंदे भारत एक्सप्रेस जल्द ही पटरी पर दौड़ेगी । वंदे भारत के कोच बनने की निवेदा हो चुकी है नई दिल्ली से वाराणसी के बीच प्रस्तावित हाई स्पीड रेल कॉरिडोर का डीपीआर तैयार हो चुका है अब दूसरे चरण में काम शुरू किया जा रहा है । 

उन्होंने आगे बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में रेलवे स्टेशन पर सुविधा और साफ सफाई में अंतर आया है । पूर्व में उत्तर प्रदेश में रेल परियोजनाओं के लिए जहां ग्यारह सौ करोड़ रुपए खर्च किए जाते थे वहीं वर्तमान में योगी सरकार 12000 करोड रुपए प्रति वर्ष खर्च कर यह बड़ा अंतर लाई है ।

इस नेताओं के औचक निरीक्षण के दौरान राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल , विधायक सौरभ श्रीवास्तव , उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ,  उत्तर रेलवे के डीआरएम सुरेश कुमार सपरा , पूर्वोत्तर रेलवे के डीआरएम रामाश्रय पांडे आदि अन्य ब्रांच अधिकारी मौजूद रहे ।