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Vijay Diwas 2021: पाकिस्तान पर जीत के 50 साल पूरे, नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचे पीएम मोदी, 1971 युद्ध के शहीदों को दी श्रद्धांजलि

Vijay Diwas 2021: पाकिस्तान पर जीत के 50 साल पूरे, नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचे पीएम मोदी, 1971 युद्ध के शहीदों को दी श्रद्धांजलि


Vijay Diwas 2021: 1971 युद्ध के स्वर्णिम विजय पर्व के मौके पर पीएम मोदी गुरुवार को नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचे जहां उन्होंने 1971 युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि दी. पीएम मोदी ने यहां स्वर्णिम विजय मशालों के स्वागत और सम्मान समरोह में भाग लेते हुए जंग में शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी. बता दें, प्रधानमंत्री के साथ देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे.



पीएम मोदी ने पिछले साल इसी दिन चार स्वर्णिम विजय मशालों को प्रज्वलित किया था. PMO से मिली जानकारी के मुताबिक, इन मशालों को देश के अलग-अलग हिस्सों में ले जाया गया. इनमें 1971 की हुई जंग में परमवीर चक्र और महावीर चक्र विजेता सैनिकों के गांव भी शामिल बताये जा रहे हैं.





पीएम मोदी ने पिछले साल इसी दिन चार स्वर्णिम विजय मशालों को प्रज्वलित किया था. PMO से मिली जानकारी के मुताबिक, इन मशालों को देश के अलग-अलग हिस्सों में ले जाया गया. इनमें 1971 की हुई जंग में परमवीर चक्र और महावीर चक्र विजेता सैनिकों के गांव भी शामिल बताये जा रहे हैं.



बताया जा रहा है कि इस श्रद्धांजलि समारोह के दौरान इन मशालों को एक ज्वाला के तौर पर विलय किया जाएगा. पीएम मोदी ने आज सुबह ट्वीट कर कहा था कि, "मैं 50वें विजय दिवस के मौके पर मुक्तियोद्धाओं, वीरांगनाओं और भारतीय सशस्त्र बलों के वीरता और उनके बलिदान को याद करता हूं. उन्होंने आगे कहा कि, हमने साथ मिलकर इन दमनकारी ताकतों से लड़ाई लड़ी और उन्हें हराया. उन्होंने कहा कि, इस विजय दिवस के मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी ढाका पहुंचेंगे."
हमें अपने सशस्त्र बलों और उनकी उपलब्धियों पर गर्व है- राजनाथ सिंह

राजनाथ सिंह ने इस मौके पर कहा, 'स्वर्णिम विजय दिवस के अवसर पर हम 1971 के युद्ध के दौरान अपने सशस्त्र बलों के साहस और बलिदान को याद करते हैं. 1971 का युद्ध भारत के सैन्य इतिहास का स्वर्णिम अध्याय है. हमें अपने सशस्त्र बलों और उनकी उपलब्धियों पर गर्व है.'

इस मौके पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिर्ला ने Koo App पर लिखते हुए कहा कि, भारत की जल, थल और वायु सेना के जवान दृढ़ता और समर्पण की मिसाल हैं. पहाड़ से मजबूत उनके हौसलों के सामने जब भी कोई आया, उसे घुटने टेकने पड़े. देश गर्व से सैनिकों और उनके परिवारों का अभिनंदन करता है. राष्ट्र उनकी सेवाओं का सदैव ऋणी रहेगा. जय हिंद!!!