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यूपी : छात्राओं की कामयाबी से राज्यपाल आनंदीबेन खुश, कहा- 10 से 15 वर्ष में 50 फीसदी आरक्षण करना पड़ेगा

यूपी : छात्राओं की कामयाबी से राज्यपाल आनंदीबेन खुश, कहा- 10 से 15 वर्ष में 50 फीसदी आरक्षण करना पड़ेगा

प्रयागराज. बेटियां आगे बढ़ रही हैं. नारी सशक्तीकरण के लिए भी पाठ्यक्रम बनाया जाना चाहिए. 10 से 15 वर्षों में लड़कियों के लिए 50 फीसदी आरक्षण करना पड़ेगा. ये बातें मंगलवार को कुलाधिपति राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहीं. अवसर था प्रो राजेंद्र सिंह रज्जू भैया राज्य विश्वविद्यालय में चतुर्थ दीक्षांत समारोह का.

संगम नगरी प्रयागराज में आयोजित दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 132 मेधावियों को विभिन्न पदकों से अलंकृत किया. इस मौके पर विद्यार्थियों में स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक वितरित करते हुए राज्यपाल ने उन्हें बधाई दी. दीक्षांत समारोह में 14503 विद्यार्थियों को स्नातकोत्तर और 117868 को स्नातक की उपाधि प्रदान की गई.

इस मौके पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि यह गौरव की बात है कि 58 फीसदी लड़कियों को मेडल मिला है‌. उन्होंने इस मौके पर भारत की पहली शिक्षिका सावित्रीबाई फुले को भी नमन किया. गवर्नर आनंदीबेन पटेल ने कहा कि बालिकाओं की शिक्षा की स्थिति देखकर सुखद अनुभव हो रहा है. यह बात बिल्कुल साफ दिख रही है कि बेटियां आगे बढ़ रही हैं. उन्होंने बेटियों की इस उपलब्धि पर उन्हें बधाई दी और कहा 10 से 15 वर्षों में लड़कियों के लिए 50 फीसदी आरक्षण करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा संस्थानों को कम से कम 10 साल आगे का रोडमैप लेकर चलना चाहिए. उन्होंने इस मौके पर कोविड के बढ़ते संक्रमण और ग्लोबल वार्मिंग को लेकर भी विद्यार्थियों को जागरूक किया.

गवर्नर आनंदीबेन पटेल ने कहा कि नारी सशक्तिकरण के लिए भी पाठ्यक्रम बनाया जाना चाहिए. मैं आश्वस्त हूं कि आनेवाले दिनों में बेटियां इसी तरह आगे बढ़ती रहेंगी. उन्होंने विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता और अनुशासन पर विशेष जोर दिया. इसके साथ ही प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के मिशन को पूरा करने के लिए उन्होंने विश्वविद्यालयों को नई शिक्षा नीति अपनाने पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय कुछ गांव को गोद लेंगे, तो गांव आदर्श गांव बनेंगे. इन गांवों के सभी बच्चे स्वस्थ रहेंगे और शिक्षा से भी वंचित नहीं रहेंगे. इस मौके पर उन्होंने प्रोफेसर राजेंद्र सिंह रज्जू भैया विश्वविद्यालय द्वारा बनाई गई शिक्षा नीति की भी सराहना की. आनंदी बेन ने कहा कि विद्यार्थियों से कहा कि अपने जीवन में माता-पिता और गुरुजनों को कभी मत भूलना.

दीक्षांत समारोह में शिरकत करने पहुंचे डिप्टी सीएम डॉ दिनेश कुमार शर्मा ने भी विद्यार्थियों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि दीक्षांत शिक्षा का अंत नहीं है, बल्कि उन्होंने जो शिक्षा विश्वविद्यालय में ग्रहण की है, उसे समाज तक पहुंचाने की शुरुआत है. डिप्टी सीएम ने कहा कि दीक्षांत समारोह छात्र-छात्राओं के जीवन के लिए एक अविस्मरणीय पल होता है और तमाम कठिनाइयों से निकलकर शिक्षा ग्रहण करने के बाद एक नए जीवन की शुरुआत होती है. उन्होंने छात्राओं को छात्रों से ज्यादा मेडल मिलने पर कहा कि यह नारी शक्ति का भी संदेश है.

दीक्षांत समारोह में कुलपति डॉ. अखिलेश सिंह ने राज्यपाल और मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. डीपी सिंह के साथ दीप प्रज्वलित किया. इसके बाद कुलपति ने राज्यपाल से अनुमति लेकर समारोह की शुरुआत की. फिर छह नवनिर्मित भवनों का लोकार्पण भी किया. इन भवनों में कुलपति व अधिकारी आवास भी शामिल हैं. दीक्षांत समारोह में मेडल उपाधियां प्राप्त करने वाले विद्यार्थी बेहद खुश नजर आए.