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फिरोज पप्पू हत्याकांड: 17 महीने पहले मिली थी जान से मारने की धमकी, 4 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली

फिरोज पप्पू हत्याकांड: 17 महीने पहले मिली थी जान से मारने की धमकी, 4 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली

बलरामपुर: आदर्श नगर पंचायत तुलसीपुर के पूर्व अध्यक्ष व सपा नेता फिरोज पप्पू की हत्या 4 जनवरी को हुई थी. वारदात के 4 दिन बाद भी पुलिस खाली हाथ हैं. विभिन्न दलों के बड़े नेता उनके घर पहुंचकर परिजनों को दिलासा दे रहे हैं. सोशल मीडिया पर लोग आक्रोश व्यक्त करके गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. 17 महीने पहले सपा नेता फिरोज पप्पू ने पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजा था और हत्या की आशंका जतायी थी.
तुलसीपुर के पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष फिरोज पप्पू की 4 जनवरी को रात करीब 11 बजे हत्या की गयी थी. इस वारदात को उनके घर के पास ही अंजाम दिया गया था. उनकी अज्ञात बदमाशों ने गला रेतकर हत्या की थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए रात में ही डीआईजी व एसपी ने वारदात स्थल पर पहुंचकर जांच के लिए टीमें बनाई थीं.फिरोज पप्पू हत्याकांड को चार दिन बीत चुके हैं, लेकिन पुलिस के हाथ अब भी खाली हैं. इसको लेकर लोगों में आक्रोश है. वारदात के बाद से एहतियातन नगर के सभी प्रमुख चौराहों पर पुलिस व पीएसी के जवान तैनात किए गए हैं. सपा नेता फिरोज पप्पू ने 17 महीने पहले 27 जुलाई 2020 को तत्कालीन पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा को पत्र लिखा था. उनको जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं. उन्होंने हत्या की आशंका जताई थी.पत्र में फिरोज ने एसपी को लिखा था कि सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाकर उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है. अलग-अलग नंबरों से जान से मारने की धमकी दी जा रही हैं. ये पत्र इस समय सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बना हुआ है.

शनिवार को शक्तिपीठ मंदिर देवीपाटन के पीठाधीश्वर मिथिलेश नाथ योगी ने सपा नेता के घर पहुंच परिजनों को सांत्वना दी. वहीं शुक्रवार को कैसरगंज भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह और सपा का प्रतिनिधिमंडल परिजनों से मिला था.