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यूपी चुनाव: भाजपा ने 175 सीटों पर उम्मीदवार तय किए, योगी आदित्यनाथ अयोध्या से लड़ेंगे चुनाव?
लखनऊ । भारतीय जनता पार्टी ने लगभग 175 से अधिक सीटों के उम्मीदवार तय भी कर दिए गए हैं। दिल्ली में चल रही बीजेपी की बैठक में (बुधवार) और आज दो दिनों में पार्टी ने लगभग 300 से ज्यादा सीटों पर उम्मीदवारों की स्क्रूटनी कर ली है। दो दिनों की बैठक में लगभग 175 से ज्यादा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम लगभग तय कर दिए गए हैं। बीजेपी नेताओं के बीच कल भी उम्मीदवारों के नाम को लेकर चर्चा जारी रहेगी। हालांकि यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर दिल्ली में बीजेपी की बैठक ख़त्म हो चुकी है।
जानकारी के अनुसार, सूत्रों ने खबर दी है कि कल केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक भी हो सकती है, जिसमें उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगेगी। साल 2017 में लगभग 90 सीटों पर बीजेपी चुनाव हार गई थी, इनमें से लगभग आधी सीटों पर बीजेपी उम्मीदवार बदल सकती है। इसके अलावा कुछ मंत्रियों की सीट भी बीजेपी बदल सकती है, जिनका रिपोर्ट कार्ड अच्छा नहीं है और जिनको लेकर जमीन पर नाराज़गी है।
बीजेपी इस बार सीटिंग विधायकों का टिकट काटने से ज्यादा उनकी सीट बदलने की रणनीति पर विचार कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अयोध्या से चुनाव लड़ने की पूरी संभावना है, और अगर वो चुनाव लड़ते हैं तो उम्मीदवारों की पहली सूची में योगी आदित्यनाथ का नाम भी होगा।
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव पर चर्चा के लिए दिल्ली में मंगलवार व बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की एक अहम बैठक की गई।इस बैठक में उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा हुई व नाम तय किए गए। इस बैठक में शामिल होने के लिए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी दिल्ली पहुंचे थे। मीटिंग में गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे।
सूत्रों के मुताबिक, सीएम योगी आदित्यनाथ अयोध्या से चुनाव लड़ सकते हैं। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश का सीएम बनने से पहले योगी गोरखपुर लोकसभा सीट से सांसद थे। फिर सीएम बनने के लिए विधानपरिषद से उनकी एंट्री कराई गई थी। विधान परिषद के लिए योगी निर्विरोध चुने गए थे। फिर MLC बनने के बाद योगी सीएम बने थे।
अबतक इस बात को लेकर चर्चा थी कि योगी आदित्यनाथ कहां से चुनाव लड़ेंगे। काशी (वाराणसी), अयोध्या के साथ-साथ मथुरा का नाम भी चर्चा में था। लेकिन इस सभी नामों में अयोध्या के नाम पर मुहर लगती मालूम होती है। माना जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ के सत्ता की कुर्सी थामने के बाद ही यहां के विकास कार्यों में तेजी आई।