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यूपी: नोएडा सेक्टर-18 मार्केट में मिला लावारिश बैग, जांच में जुटी पुलिस।

यूपी: नोएडा सेक्टर-18 मार्केट में मिला लावारिश बैग, जांच में जुटी पुलिस।


उत्तर प्रदेश। नोएडा सेक्टर-18 मार्केट में लावारिश बैग मिलने से हड़कंप मच गया। भीड़भाड़ वाली जगह पर संदिग्ध बैग मिलने पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। हालांकि अभी स्पष्ट नहीं है कि बैग में क्या था और बैग कहां से आया। नोएडा दिल्ली में संदिग्ध बैग मिलने के बाद नोएडा पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनज़र चेकिंग अभियान चलाया। नोएडा पुलिस के संयुक्त आयुक्त लव कुमार ने कहा कि आज सभी मॉल, मेट्रो स्टेशन और अन्य सार्वजनिक जगहों में तलाशी अभियान किया गया है। साथ ही लोगों को भी जागरुक किया गया है।

वहीं नोएडा पुलिस के संयुक्त आयुक्त लव कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि बैग की जांच की जा रही है। इसके साथ ही सभी माल, मेट्रो स्टेशन व अन्य पब्लिक पैलेस पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। तलाशी अभियान के साथ ही लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। वहीं एक अन्य मामले में सुबह की सैर करने वालों और राहगीरों से मोबाइल लूटने वाले बदमाश को सेक्टर-24 पुलिस कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है।

वहीं आरोपित की पहचान दिल्ली निवासी पिंटू उर्फ नेवला के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपित के कब्ज से लूट के दो मोबाइल, बाइक, तमंचा व कारतूस बरामद किया है। एडिशनल डीसीपी नोएडा रणविजय सिंह ने बताया कि शनिवार सुबह सेक्टर-24 कोतवाली पुलिस की टीम सेक्टर-33 स्थित आरटीओ कार्यालय के पास जांच कर रही थी। तभी एक बाइक सवार युवक को रोकने का प्रयास किया तो वह भागने लगा। पुलिस ने जब पीछा किया तो बदमाशों ने गोली चला दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दिल्ली निवासी पटू उर्फ नेवला के पैर में गोली गोली लग गई। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

वहीं दूसरी तरफ़ पूछताछ में पता चला है कि आरोपित कुख्यात स्नेचर है और एक साथ कई लूट की वारदात को अंजाम देता है। उस पर एनसीआर के विभिन्न थानों में 18 मामले दर्ज हैं। आरोपित पूर्व में जेल भी जा चुका है। वहीं एसीपी नोएडा रजनीश वर्मा के अनुसार आरोपित लूट के मोबाइल सस्ते दामों में राह चलते लोगों को बेचते था। अबतक सैकड़ों मोबाइल लूट चुका है।

वहीं दूसरी तरफ़ एसीपी रजनीश वर्मा के मुताबिक पिंटू के एक साथी को हाल में गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद से आरोपित अकेले ही मोबाइल लूटता था। आरोपित पुलिस की पकड़ से बचने के लिए अपने पास मोबाइल नहीं रखता था। थोड़े-थोड़े दिन पर किराया पर लिया हुआ घर बदलता रहता था।