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नई दिल्ली: राजधानी सहित देश के अन्य राज्य लॉकडाउन 2022 पर WHO से लेकर राज्यों की क्या बन रही योजना।

नई दिल्ली: राजधानी सहित देश के अन्य राज्य लॉकडाउन 2022 पर WHO से लेकर राज्यों की क्या बन रही योजना।


नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। सभी राज्यों से कोविड-19 के रिकॉर्ड तोड़ नए मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में सरकार द्वारा लगातार संक्रमण के बढ़ते मामलों पर रोक लगाने के लिए सभी तरह के एहतियाती उपाय किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, आज देशभर से डेढ़ लाख से अधिक नए केस सामने आए हैं। जबकि एक्टिव केस का आंकड़ा 5.90 लाख के पार हो गया है।

वहीं अब हर तरफ सिर्फ एक ही सवाल है कि क्या होगा यदि कोरोना बेकाबू हो गया। क्या एक बार फिर लॉकडाउन लगेगा। क्या एक बार फिर लोगों को सब काम धंधा छोड़कर घरों में कैद होना पड़ेगा। इस मुद्दे पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन का बयान आया है। सौम्या स्वामीनाथन का साफ कहना है कि लॉकडाउन समाधान नहीं है। उनके मुताबिक, कोरोना संक्रमण और इसके अलग-अलग वेरिएंट्स को लेकर अब दुनिया में समझ पैदा हो गई है। वैज्ञानिकों को पता है कि इस बीमारी का सामना कैसे करना है। लोग भी जागरूक हुए हैं। इस कारण लॉकडाउन नहीं लगना चाहिए।

वहीं दूसरी तरफ़ मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने साफ किया है दिल्‍ली में फिलहाल लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा। उन्‍होंने कहा कि राजधानी में कोविड की स्थिति काफी खराब है मगर लॉकडाउन की मंशा नहीं है। सीएम ने कहा कि आज राजधानी में करीब 22,000 कोविड केस आएंगे। केजरीवाल ने कहा कि घबराने की बात नहीं है लेकिन जिम्‍मेदारी से काम करना होगा। 

वहीं उन्‍होंने मास्‍क पहनने की जरूरत पर बल दिया। केजरीवाल ने कहा कि कई लोग मुझसे पूछ रहे हैं कि लॉकडाउन लगेगा। हम लॉकडाउन नहीं लगाना चाहते। लॉकडाउन नहीं लगेगा अगर आप मास्‍क पहनोगे। जरूरत न पड़े तो घर से बाहर न ही निकलो अभी थोड़े दिन कोई जरूरी नहीं है।

वहीं दूसरी तरफ़ महाराष्ट्र में नए प्रतिबंधों के अनुसार सरकार ने पांच से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी है और सार्वजनिक परिवहनों में केवल टीकाकरण वाले लोगों को ही अनुमति दी जाएगी। इसके अलावा 15 फरवरी तक स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। हालांकि, शॉपिंग मॉल, मार्केट कॉम्प्लेक्स 50 फीसद क्षमता के साथ काम करेंगे, और रात 10 बजे से सुबह 8 बजे के बीच बंद रहेंगे। 

वहीं इस बीच उद्धव ठाकरे ने दूसरे ट्वीट में लिखा कि मैं दोहराता हूं कि हम अनावश्यक भीड़ को कम करना चाहते हैं, लेकिन कोई लॉकडाउन नहीं लगाना चाहते हैं। तथ्य यह है कि कोई भी प्रतिबंध तब तक प्रभावी नहीं होगा, जब तक कि हम सभी कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं करते हैं। मैं आपसे कोविड के लक्षणों के बारे में सतर्क रहने और जल्द से जल्द डॉक्टर की सलाह लेने का अनुरोध करता हूं।

वहीं दूसरी तरफ़ छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के मामले दोगुनी रफ्तार से बढ़ रहे हैं। नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बढ़ते संक्रमण के दर और लॉकडाउन को लेकर आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने फिर बयान दिया है। सीएम ने स्पष्ट किया है कि प्रदेश में अभी लॉकडाउन की जरूरत नहीं है। 

वहीं अपने बयान में सीएम बघेल ने कहा कि संक्रमण को रोकने के लिए जो आवश्यक कदम है उठाए जा रहे हैं। कोरोना संक्रमण रोकने काम हो रहा है। वहीं लॉकडाउन देश-प्रदेश के आंकड़ों का अध्ययन कर निर्णय होगा। आर्थिक गतिविधियोंपर रोक नहीं लगेगी।

बता दें कि वहीं ओमिक्रोन और डेल्टा वैरिएंट के चलते तमिलनाडु में बेकाबू होते कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की चेन तोड़ने के लिए रविवार को पूर्ण रूप से लॉकडाउन लगा दिया गया है। रविवार को वीकेंड लॉकडाउन इस साल का पहला लॉकडाउन रहेगा। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए तमिलनाडु सरकार ने पहले ही नाइट कर्फ्यू राज्य में घोषित कर दिया है। 

वहीं कई पाबंदियों के साथ इस रविवार को संपूर्ण लॉकडाउन रखने का आदेश दिया गया है। यह निर्णय मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया। संपूर्ण लाकडाउन के तहत रविवार को सिर्फ जरूरी सेवाएं जैसे मेडिकल, किराना आदि खुले रहेंगे। इसके अलावा सभी दुकानें व सेवाएं स्थगित रहेंगी। पुलिस विभाग कई टीमों का गठनकर स्थितियों पर नजर रखेगी। 

वहीं अन्य विभाग लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए सभी तैयारी कर रही है। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। मास्क न लगाने पर जुर्माना देना होगा। रेस्त्रां खुले रहेंगे, लेकिन केवल होम डिलीवरी होगी। मॉल, जिम, स्पा और ऑडिटोरियम बंद रहेंगे। साप्ताहिक बंदी के साथ ही नाइट कर्फ्यू जारी रहेगा। इस दौरान नाइट कर्फ्यू के नियम भी लागू रहेंगे।