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मध्य प्रदेश: भोपाल सहित प्रदेश में कोरोना के बढ़ते चलते एक बार फिर से 2040 नए मामले आए सामने।

मध्य प्रदेश: भोपाल सहित प्रदेश में कोरोना के बढ़ते चलते एक बार फिर से 2040 नए मामले आए सामने।


मध्य प्रदेश। भोपाल सहित प्रदेश में रविवार को 68,698 सैंपल की जांच में कोरोना के 2040 नए मरीज मिले हैं। सीहोर में एक मरीज की मौत भी हुई है। प्रदेश में सक्रिय मरीजों की संख्या अब 6849 हो गई है। इनमें से 353 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। संक्रमण दर तीन प्रतिशत के करीब रही। इससे पहले शनिवार को प्रदेश के 39 जिलों में कोरोना के 1577 मरीज मिले हैं। 

वहीं 74000 सैंपलों की जांच में इतने मरीज मिले हैं। 166 मरीज स्वस्थ हुए हैं। सक्रिय मरीजों की संख्या 5044 हो गई है। सक्रिय मरीजों में 253 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। बाकी होम आइसोलेशन में हैं। इधर, प्रदेश में कोरोना संक्रमण को लेकर राज्य सरकार सख्त होने लगी है। सार्वजनिक स्थानों पर बगैर मास्क घूमने वालों से जुर्माना वसूला जा रहा है। 

वहीं अब सरकार ने मास्क न लगाने वाले वाहन चालकों को पेट्रोल-डीजल नहीं देने का भी निर्णय लिया है। गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि मध्य प्रदेश में सख्ती शुरू करना मजबूरी है। शुक्रवार को प्रदेश में कोरोना के एक हजार 320 नए मामले सामने आए हैं। प्रदेश में 13 पुलिसकर्मी भी संक्रमित हुए हैं। कोरोना प्रोटोकाल का पालन नहीं करने वालों को लेकर सख्ती बढ़ाई जा रही है। सरकार जल्द ही भोपाल और इंदौर में खुली जेल शुरू कर सकती है।

वहीं दूसरी ओर प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच 12 जनवरी को प्रस्तावित सूर्य नमस्कार कार्यक्रम में बच्चों (विद्यार्थियों) को बुलाने पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ ने सवाल खड़े किए हैं। कमल नाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए कहा कि संक्रमण के इस दौर में क्या बच्चों को कार्यक्रम में बुलाया उचित होगा। उन्होंने वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए सूर्य नमस्कार के सार्वजनिक और स्कूलों में होने वाले आयोजन पर रोक लगाने की मांग की है। 

बता दें कि वहीं कमल नाथ ने कहा कि सरकार कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए 23 दिसंबर, 2021 को प्रदेश में तमाम प्रतिबंध लागू करती है। मास्क लगाने, शारीरिक दूरी बनाने, भीड़ इकठ्ठी न करने सहित कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करने को कहती है और फिर खुद ही गाइडलाइन का मजाक उड़ाती है। यह जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है। 

वहीं दूसरी तरफ कमल नाथ ने कहा कि परिस्थिति की गंभीरता जानते हुए भी सरकार ने 12 जनवरी को स्कूलों में सामूहिक कार्यक्रम आयोजन के निर्देश दिए हैं। इससे शारीरिक दूरी बनाने और भीड़ इकठ्ठी न करने का नियम टूटेगा। उन्होंने यह भी कहा कि मास्क लगाकर सूर्य नमस्कार करना स्वास्थ्य की दृष्टि से ठीक नहीं है और बगैर मास्क के किया तो भी नियम टूटेगा।