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यूपी: गाजियाबाद में सऊदी अरब से भेजे गए हवाला के 40 लाख लूट सहित छह साथियों सहित बिचौलिया को पुलिस ने किया गिरफ्तार।

यूपी: गाजियाबाद में सऊदी अरब से भेजे गए हवाला के 40 लाख लूट सहित छह साथियों सहित बिचौलिया को पुलिस ने किया गिरफ्तार।


गाजियाबाद। सऊदी अरब से खरखौदा के नसीमू के लिए भेजे गए हवाला के 40 लाख रुपये डासना अंडरपास के पास लूट लिए गए। वारदात नसीमू के लिए बिचौलिए का काम करने वाले नासिर ने अपने छह साथियों संग मिलकर की। रकम को दिल्ली की फर्म अंबालाल मनी ट्रांसफर कंपनी का कर्मचारी रूप सिंह लेकर आया था। 

वहीं बीते 28 दिसंबर 2021 को हुई वारदात को नौ दिन छिपाए रखने के बाद उसने मसूरी थाना पर तहरीर दी तो पुलिस को पता चला। बृहस्पतिवार को पुलिस ने नासिर और उसके साथियों को गिरफ्तार कर 26 लाख रुपये बरामद कर लिए। नासिर खरखौदा का ही निवासी है। उसके साथ पिलखुवा के रिजवान और इमरान, मसूरी के उमर, मुनव्वर, जेवर का गुलफाम, दादरी का तौफीक पकड़े गए हैं। 

वहीं दूसरी तरफ़ नसीमू ने नासिर को रकम लाने की जिम्मेदारी दी थी। उसने साजिश के तहत रूप सिंह को डासना अंडरपास के पास बुलाया। उससे कहा कि रकम घर पर लेगा। नासिर उसे बाइक पर बैठाकर ले जाने लगा। कुछ दूरी पर पहुंचने पर कार सवार उसके साथियों ने रूप सिंह पर हथियार तान दिए । नासिर ने रुपयों का बैग लूट लिया। इसके बाद वे लोग भाग गए। इनके साथी साथी खरखौदा निवासी हसनैन, शादाब और मोटा की भूमिका भी सामने आई है। 

वहीं दूसरी ओर तीनों अभी तक फरार हैं। इनके पास बाकी रकम हो सकती है। गिरफ्तार आरोपियों ने हिस्सा बांटकर रकम रिश्तेदारों के घर पर रख दी थी। पूछताछ में पता चला है कि नसीर और इमरान पहले भी हवाला की रकम इधर से उधर कर चुके हैं। वहीं नासिर ने बताया कि वह पहले भी हवाला की रकम इधर से उधर कर चुका है। इसके लिए कमीशन लेता है। यह काला कारोबार दस के नोट पर कोड डालकर चलाया जा रहा है। 

वहीं जिस शख्स से रकम लेनी होती है, उसे फोन पर कोड बताया जाता है। वह उस कोड को दस के नोट पर लिखकर लाता है। जो कर्मचारी रकम लेकर जाता है, उसे भी वही कोड बताया जाता है। रकम लेने आया बिचौलिया उसे दस का वही नोट देता है जिस पर कोड लिखा हो। इस नोट को लेकर वह उसे रकम दे देता है। कर्मचारी मनी ट्रांसफर कंपनी को जाकर वह नोट दे देता है। 40 लाख की रकम के लिए कोड था 771360। इसे नासिर ने दस के नोट पर लिख रखा था। उसने यह नोट रूप सिंह को दिया लेकिन रकम लेने के बजाय लूट ली।

वहीं चुनाव के वक्त हवाला की इतनी बड़ी रकम का खुलासा होने से अफसर भी हैरान हैं। पूरे मामले की जानकारी प्रवर्तन निदेशालय ईडी को दे दी गई है। आशंका यह भी है कि इस रकम को चुनाव में इस्तेमाल करने के लिए मंगाया गया। हालांकि, सही स्थिति जांच के बाद ही साफ हो सकेगी। ईडी हवाला के पूरे नेटवर्क की जांच करेगा।

बता दें कि वहीं पुलिस ने बताया कि नसीमू को सऊदी अरब से शकील ने हवाला के जरिए यह रकम भेजी थी। नसीमू से पूछताछ की जाएगी। इसके बाद ही पता चलेगा कि यह रकम क्यों भेजी गई। नसीमू के घर भी पुलिस गई। वह नहीं मिला। दिल्ली की मनी ट्रांसफर कंपनी से भी पूछताछ की जाएगी।