Headlines
Loading...
यूपी: वाराणसी में कचरे से निजात के लिए 40 स्थानों पर लगाई जाएगी स्वचालित क्रश मशीन। .

यूपी: वाराणसी में कचरे से निजात के लिए 40 स्थानों पर लगाई जाएगी स्वचालित क्रश मशीन। .

                                   𝕊.𝕂. 𝔾𝕦𝕡𝕥𝕒 ℝ𝕖𝕡𝕠𝕣𝕥𝕖𝕣 

वाराणसी। स्वच्छ काशी-स्वावलंबी काशी अभियान के तहत डिक्की दलित इंडियन चैंबर आफ कामर्स एंड इडस्ट्री और सिडबी स्माल इंडस्ट्री डेवलपमेंट आफ इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में 40 स्थानों पर स्वचालित क्रश मशीन लगाई जाएगी। यह मशीन चार दलित उद्यमियों को डिक्की और सिडबी सीएसआर फंड से उपलब्ध कराएगा। इसके लिए दलित उद्यमियों को आनलाइन आवेदन करना होगा। इस मशीन के लगने से काशी और स्वच्छ दिखेगी। इसका मुख्य उद्देश्य दलित उद्यमियों को आत्मनिर्भर बनाना है।

वहीं इस मशीन की विशेषता यह है कि इसमें पानी या कोल्ड ड्रिंक की खाली बोतल डालने पर यह उसे 15 टुकड़ों में बांट देता है। जिसे दोबारा प्रयोग नहीं किया जा सकता है। मशीन एक बार में 25 किलोग्राम तक पानी के खाली बोतल को क्रश करेगी। इसमें 25 किलोग्राम का एक डस्टबिन लगाया गया है। इस मशीन में इंटरनेट की भी सुविधा उपलब्ध है। 

वहीं दूसरी तरफ़ आमजन इस मशीन के वाईफाई से अपना मोबाइल फोन कनेक्ट कराकर आधे घंटे तक मुफ्त इंटरनेट की सेवा का लाभ ले सकते हैं। इसके साथ ही आमजन जब मशीन में खाली बोतल डालेंगे तब मशीन से उन्हें एक कूपन मिलेगा। उस कूपन का इस्तेमाल वह अपने मोबाइल फोन का रिचार्ज, डीटीएच रिचार्ज, बिल पेमेंट में कर सकेंगे। कूपन में दर्ज राशि वह उनके रिचार्ज और बिल में से घट जाएगा।

वहीं दूसरी तरफ़ स्थानीय रिसाइकिल कारखाने में मशीन से निकलने वाले क्रश को बेचकर उद्यमी लाभ कमाएंगे। कचरा बेंचने के लिए डिक्की और सिडबी उद्यमियों को ई-रिक्शा भी देंगे। जिससे कि वह आसानी से कचरे को कारखाने तक पहुंचा सकें। इसके साथ ही मशीन के सामने वाले भाग में लगे स्क्रीन और दाएं-बाएं साइड में लगे टनल पर किसी भी प्रतिष्ठान का प्रचार-प्रसार करके भी मुनाफा कमा सकते हैं। मशीन का मेंटिनेंश खर्च भी डिक्की और सिडबी ही देखेगी।

बता दें कि वहीं अगले दो माह में शहर में चालीस स्वचालित क्रश मशीन लगाई जाएगी। इसकी प्रक्रिया शुरु कर दी गई है। इसके लिए हमने डा. श्याम को प्रभारी बनाया है। जो जिला प्रशासन के अधिकारियों संग बैठक करके स्थान चिन्हित करेंगे। उसके बाद चयनित स्थान पर मशीन लगाई जाएगी।