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कोलकाता: बीएसएफ ने आइसीपी पेट्रापोल पर 50 किलोग्राम गांजा के साथ दो तस्करों को किया गिरफ्तार।
कोलकाता। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत सीमा सुरक्षा बल बीएसएफ ने मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ अभियान में बड़ी सफलता हासिल की है। उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आइसीपी) पेट्रापोल में एक ट्रक से बीएसएफ ने 50 किलोग्राम गांजा के साथ दो तस्करों (चालक व सहायक) को गिरफ्तार किया है।
वहीं बीएसएफ की ओर से मंगलवार को जारी बयान में बताया गया कि गांजा को आयात का माल लेने आइसीपी पर गए एक ट्रक के केबिन में छिपाकर रखा गया था। अधिकारियों ने बताया कि एक खुफिया सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए नौ जनवरी, रविवार की रात में ट्रक की तलाशी के दौरान गांजा को जब्त किया गया। इसके बाद ट्रक को भी जब्त कर लिया गया, साथ ही इसके चालक व खलासी को भी गिरफ्तार कर लिया।
वहीं बीएसएफ के अनुसार, जब्त गांजा और ट्रक की अनुमानित कीमत 18 लाख 50 हजार रुपये हैं। बयान के मुताबिक, 179वीं वाहिनी, सेक्टर कोलकाता, सीमा सुरक्षा बल के जवान आइसीपी पेट्रापोल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बांग्लादेश और भारत के बीच आयात निर्यात के माल लेकर आने–जाने वाले वाहन की रूटीन चेकिंग पर थे।
वहीं इसी दौरान जवानों ने आइसीपी के अंदरूनी इलाके में रेलवे क्रासिंग के पास एक संदिग्ध भारतीय ट्रक को आते देखा जो आयात का माल लेने कार्गो काम्प्लेक्स की तरफ की तरफ जा रहा था। जवानों ने जब उसे रोक कर तलाशी ली तो ट्रक के कैबिन के अंदर से पांच बड़े पैकेट बरामद हुए, जिसमें से 50 किलोग्राम गांजा मिला। पकड़े गये दोनों तस्करों की पहचान बाबू लाल मेघवाल (28) तथा वसीम खान (28) के रूप में हुई। दोनों राजस्थान के अलवर जिले का रहने वाला है।
वहीं दूसरी तरफ़ पूछताछ में ट्रक चालक बाबूलाल मेघवाल ने बीएसएफ को बताया कि वह इन गांजे को पैकेट को ब्रहमपुर, ओडिशा में 20,000 रुपये में खरीद था और इसे हरियाणा के झज्जर जिले में जुनैद नाम के व्यक्ति को सौंपना था। इस कार्य के लिए उसे 15,000 रुपये मिलने थे। बीएसएफ ने गिरफ्तार दोनों तस्कर (चालक तथा सहायक) समेत जब्त गांजे को आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए पुलिस स्टेशन पेट्रापोल को सौंप दिया है।
वहीं इस सफलता पर दक्षिण बंगाल फ्रंटियर बीएसएफ के जनसंपर्क अधिकारी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए 179वीं वाहिनी के जवानों की पीठ थपथपाई। उन्होंने कहा कि यह केवल ड्यूटी पर तैनात उनके जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सका है। उनके जवान लगातार तस्करी की कोशिशों को नाकाम करते हुए तस्करों के मंसूबे धराशाई कर रहे हैं।अधिकारी ने साफ शब्दों में कहा कि उनके जवानों की नजरों से कुछ नहीं छिप सकता। उन्होंने ये भी कहा कि उनके पास तस्करी से संबंधित सटीक जानकारी देने के लिए शानदार टीम भी मौजूद है।