Covid-19
हरियाणा: कुरुक्षेत्र में कोरोना वायरस के तीसरी दस्तक के पहले स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही आई सामने।
हरियाणा। कुरुक्षेत्र में काेरोना के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग बेड भी पूरे नहीं कर पा रहा है। एलएनजेपी अस्पताल सहित पैनल के आठ अस्पतालों में 845 बेड की आवश्यक है। इनमें से 529 नोटिफाइड बेड हैं। इन बेडों पर सरकारी अस्पताल से रेफर मरीजों को दाखिल किया जाएगा। जिनका खर्च सरकार वहन करेगी।
वहीं विदेश से कुरुक्षेत्र पिछले दिनों आए लोगों से कोरोना के केसों में एक साथ बम फूट गया। पिछले दिनों से केसों का आकड़ा हर रोज बढ़ता जा रहा है। इसके साथ ओमिक्रोन के भी केस बढ़ रहे हैं और यह वायरस बहुत तेजी के साथ फैलता है। अभी हाल में ही कुरुक्षेत्र में भी ओमिक्रोन के 16 केस सामने आ चुके हैं।
वहीं कुछ दिन पहले चंडीगढ़ पीजीआइ में 30 दिन के एक नवजात बच्चे की भी कोरोना वायरस के कारण मृत्यु हो चुकी है। इन तमाम पहलुओं के बाद भी स्वास्थ्य विभाग ढीला पउ़ा है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार कुरुक्षेत्र में कोविड व पैनल के आठ अस्पताल है। इन अस्पतालों में 845 बेडों की आवश्यकता है। इनमें से 529 नोटिफाइड बेड है।
बता दें कि वहीं पिहोवा व शाहाबाद में नए सरकारी अस्पताल निर्माणाधीन है। लंबे समय से इनको हैंडओवर करने की बात कही जा रही है, लेकिन पीडब्ल्यूडी ने अब तक स्वास्थ्य विभाग को हैंडरओवर नहीं किया है। इसके बाद ही स्वास्थ्य विभाग यहां आक्सीजन प्लांट लगाए। एलएनजेपी अस्पताल में आरटीपीसीआर की लैब को शुरू करने की परमिशन मिल चुकी है, लेकिन इसका पासवर्ड जारी नहीं किया जा सका है। इसके बाद कोरोना के नमूनों की जांच का काम शुरू कर दिया जाएगा।
वहीं दूसरी तरफ़ जिले में बुधवार को मंगलवार के मुकाबले चार गुना केस सामने आए हैं। बुधवार को कोरोना के 29 नए केस सामने आ गए, जबकि मंगलवार को सात कोरोना पाजिटिव मरीज मिले थे। अब जिले में कोरोना के 80 एक्टिव केस हो गए हैं। वहीं इनमें से 29 विदेशों से आने वाले हैं। जबकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से 27 मरीजों के जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए सैंपल भेजे गए हैं।
वहीं जिला सिविल सर्जन डा. सुखबीर माहला ने बताया कि अब तक जिले में 22255 कोरोना पाजिटिव मरीज मिल चुके हैं, जिनमें से 21817 मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। वहीं 358 कोरोना पाजिटिव मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। जिले में अब तक छह ओमिक्रोन पाजिटिव मरीज मिल चुके हैं, जिनका सैंपल नेगेटिव आने के बाद उन्हें एलएनजेपी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से छुट्टी दे दी गई है।