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हरियाणा: कुरुक्षेत्र में बेटियों को कोख में मारने वाले गिरोहों के चक्रव्यूह को महिला शक्ति ने हौंसला दिखाते हुए करवाया गिरफ़्तार।

हरियाणा: कुरुक्षेत्र में बेटियों को कोख में मारने वाले गिरोहों के चक्रव्यूह को महिला शक्ति ने हौंसला दिखाते हुए करवाया गिरफ़्तार।


हरियाणा। कुरुक्षेत्र में भ्रूण लिंग जांच और बेटियों को कोख में मारने वाले गिरोहों के चक्रव्यूह को जिले की महिलाएं ही भेदने का हौंसला दिखा रही हैं। गर्भ में भ्रूण लिंग जांच करने वाले गिरोहों की सूचना स्वास्थ्य विभाग को देने वाले जिन चार मुखबिरों को एक-एक लाख रुपये देकर सम्मानित किया गया है। 

वहीं ये चारों की चार महिलाएं हैं। धर्मनगरी की भूमि पर इस घिनौने अपराध को खत्म करने के लिए महिलाएं ही स्वास्थ्य विभाग का अबोध अस्त्र बन रही हैं। इन मुखबिरों की बदौलत ही पुलिस छापेमारी करके चार गिरोह के 12 आरोपितों को पकड़कर सलाखों के पीछे पहुंचा पाई है।

वहीं जिले में इस वर्ष जनवरी से लेकर पांच छापेमारी की गई। इनमें से चार बड़ी छापेमारी साबित हुई। इन चार मामलों में स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस के साथ मिलकर 12 आरोपितों को मौके पर ही काबू किया था। इन मामलों में अभी पुलिस की जांच चल रही है और मामला न्यायालय में विचाराधीन भी है। जबकि अप्रैल 2016 से अब तक 45 छापेमारी की गई। 

वहीं दूसरी तरफ़ जिनमें से 18 एमटीपी एक्ट के तहत मामले दर्ज किए गए, जबकि पीएनडीटी एक्ट के तहत 23 मामले दर्ज किए गए। जिला स्वास्थ्य विभाग ने सात छापेमारी उत्तर प्रदेश और पंजाब के क्षेत्रों में की गई। इन मामलों में विभाग ने 153 लोगों को सलाखों के पीछे पहुंचाया।

वहीं पीएनडीटी के नोडल अधिकारी डा. आरके सहाय ने कहा कि सूचक की वजह से ही ऐसे लोगों को पकड़ा जा सकता है जो गर्भ में भ्रूण लिंग जांच जैसा घिनौना काम कर रहे हैं। उन्होंने सूचना देने वाली चारों महिलाओं को महिलाशक्ति की मिसाल कहा। उन्होंने कहा कि महिलाओं की महत्वपूर्ण सूचना की वजह से ही प्रदेश भर में चार बड़ी छापेमारी को अंजाम दिया गया। 

वहीं जिनमें मौके पर 12 लोगों को पकड़ा जा सका है। लोगों से यही अपील है कि वे आगे आकर ऐसी सूचना स्वास्थ्य विभाग तक पहुंचाएं। सूचना देने वाले लोगों की पहचान बिल्कुल गुप्त रखी जाती है। साथ ही एक लाख रुपये देकर सम्मानित किया जाता है।