HIMACHAL PRADESH NEWS
हिमाचल प्रदेश: शिमला विश्व विद्यालय में हिंदी दिवस का दिन अफगान छात्रों को भी रहता है इंतजार।
हिमाचल प्रदेश। शिमला में अफगानिस्तान के 24 से ज्यादा छात्र हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला में पढ़ाई कर रहे हैं। इनमें कई छात्र इतिहास, अर्थशास्त्र और समाजशास्त्र विषयों में स्नातकोत्तर की डिग्री कर रहे हैं। ये छात्र अब हिंदी में भी रुचि दिखाने लगे हैं। कोरोना काल से पहले जब हिंदी दिवस पर कार्यक्रम होते थे तो अफगानिस्तान के छात्र कविता और कहानियां पढ़ते थे। हालांकि उच्चारण बेहतर नहीं होने के बावजूद हिंदी पढऩे के प्रयास की सराहना होती है।
वहीं कोरोना के दौरान भी जब वर्चुअल तौर पर हिंदी दिवस के कार्यक्रम का आयोजन किया जाता रहा तो इन छात्रों ने इसमें हिस्सा लिया। वर्तमान में विश्वविद्यालय में अवकाश होने के कारण अधिकतर छात्र अपने घर चले गए हैं, विश्वविद्यालय के छात्रावास भी खाली पड़े हैं।
बता दें कि वहीं हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के हिंदी विभाग के प्रोफेसर डा. भवानी सिंह ने बताया कि अफगानिस्तान के छात्र हमेशा हिंदी दिवस के कार्यक्रमों में रुचि दिखाते हैं। विश्वविद्यालय में छात्र भले ही हिंदी विभाग में प्रवेश नहीं लेते हैं, लेकिन हिंदी भाषा को जानने के लिए उत्सुक रहते हैं। भवानी सिंह ने बताया कि हालांकि अब तक किसी भी विदेशी छात्र ने हिंदी विभाग में प्रवेश नहीं लिया है। इसके बावजूद हिंदी के प्रति छात्रों की काफी रुचि रहती है।
वहीं अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने भी हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला से शिक्षा ग्रहण की है। राष्ट्रपति बनने और उससे पहले भी करजई कई बार शिमला का दौरा कर चुके हैं। कुछ वर्ष पहले भी वह शिमला आए थे। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला में मारीशस और फिजी आदि देशों के छात्र हर साल दौरा करते हैं। ये छात्र यहां आकर हिंदी के बारे में जानकारी हासिल करते हैं।
वहीं दूसरी तरफ़ प्रोफेसर भवानी सिंह ने बताया कि कोरोना से पहले हर साल मारीशस और फिजी से छात्रों का एक दल हिंदी विभाग पहुंचता था। कोरोना संक्रमण के कारण अब दौरे बंद हैं। विदेशी छात्रों के दौरे के दौरान विदेश में हिंदी पर क्या-क्या काम हो रहा है यह हिमाचल के विद्यार्थियों को पता चलता था। अपने कार्यों में कैसे सुधार कर विश्वस्तरीय बनाया जा सकता है, इसकी जानकारी भी मिलती है।