Headlines
Loading...
झारखंड: रामगढ़ लपंगा में बरका सयाल प्रक्षेत्र में स्कूल का विभाग ने काटा बिजली-पानी।

झारखंड: रामगढ़ लपंगा में बरका सयाल प्रक्षेत्र में स्कूल का विभाग ने काटा बिजली-पानी।


झारखंड। रामगढ़ लपंगा में बरका सयाल प्रक्षेत्र के भुरकुंडा परियोजना के आवासीय क्षेत्र जवाहर नगर स्थित ट्रेड यूनियन नेता लखेंद्र राय के स्कूल डॉन बास्को का सीसीएल प्रबंधन ने बिजली-पानी कनेक्शन काट दिया है। बताया जाता है कि यूसीडब्लूयू भुरकुंडा शाखा के सचिव लखेंद्र राय व भुरकुंडा पीओ एकेबी सिंह के बीच कुछ दिनों पहले विवाद हुआ था। इसका वीडीओ भी वायरल हुआ था। 

वहीं इसमें पीओ द्वारा नेता को सबक सिखाने व बिजली-पानी काटने की बात कही गई थी। आज की घटना को इसी कड़ी से जोड़कर देखा जा रहा है। रांची मुख्यालय सीसीएल सतकर्ता विभाग के आदेश पर गुरूवार को भुरकुंडा पीओ के निर्देश पर विद्युत व सिविल विभाग के कर्मियों ने स्कूल का बिजली-पानी कनैक्शन काट दिया। कनैक्शन काटने के दौरान कर्मियों को स्थानीय लोगों की नारजागी भी झेलनी पड़ी है। वहीं कर्मियों का कहना था कि अधिकारी के आदेश पर स्कूल का बिजली-पानी कनैक्शन काटा गया है।

वहीं इधर मामले पर कोल फील्ड मजदूर यूनियन के केंद्रीय सचिव उदय सिंह ने कहा कि लखेंद्र राय जो यूसीडब्लूयू के बड़े नेता हैं। जिनका स्कूल जवाहर नगर भुरकुंडा में है। बरका सयाल प्रबंधन द्वारा उनके साथ उचित व्यवहार नहीं कर रही है। स्कूल का बिजली-पानी काटना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि लखेंद्र राय अपने उच्च स्तरीय नेता के कोप भाजन के कारण यह दुर्दशा देख रखे हैं।

वहीं मामले पर राकोमसं फौजी गुट के केंद्रीय महासचिव रामेश्वर सिंह फौजी ने कहा कि मेरी शिकायत पर ही प्रबंधन ने कार्रवाई शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों लखेंद्र राय व भुरकुंडा पीओ के बीच पैसे के लेन देन को लेकर विवाद हुआ था। इसमें किसी भी यूनियन के नेता ने मुंह खोलने की हिम्मत नहीं जुटाई थी। मेरे संज्ञान लेने के बाद ही कार्रवाई शुरू हुई है।

वहीं डॉन बास्कों स्कूल के प्राचार्य अंगद राय ने कहा है कि बरका-सयाल क्षेत्र में करीब 30-40 विद्यालय सीसीएल की जमीन पर स्थापित है। साथ ही सीसीएल का बिजली पानी उपयोग कर रही है। यह विद्यालय करीब 40 वर्षो से शिक्षा का अलख जगा रहा है। विद्यालय का उपयोग समाजिक सरोकार के लिए भी किया जाता है। इसके तहत गरीबों के शादी विवाह में स्कूल में रहने की व्यवस्था दी जाती है।