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झारखंड: गिरिडीह सरिया में बूंदाबांदी ने बढ़ाई गलन, कल से और बढ़ेगी ठंड।

झारखंड: गिरिडीह सरिया में बूंदाबांदी ने बढ़ाई गलन, कल से और बढ़ेगी ठंड।


झारखंड। गिरिडीह सरिया में सोमवार से हल्के बादल छाये रहने के बाद मंगलवार दोपहर को शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी बारिश हुई जो रात तक रुक-रुककर चलती रही। इससे एक बार फिर जिले में ठिठुरन बढ़ गई। मंगलवार का न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि बुधवार को लुढ़क कर 11 डिग्री सेल्सियस पहुंचने का अनुमान है। ऐसे में ठंड का प्रकोप और बढ़ेगा। 

वहीं कई इलाकों में दिन भर सूर्य के दर्शन नहीं हुए। बारिश व कंपकंपी की वजह से शाम से ही सड़कों पर सन्नाटा पसरने लगा। लोग घरों में ही दुबकने को विवश हुए। जिले के अन्य क्षेत्रों में भी हल्की बारिश हुई। कई जगह अलाव की व्यवस्था न होने से लोग ठिठुरते दिखे। मजदूर वर्ग के लोगों के लिए परेशानी ज्यादा बढ़ गई है। लोग बारिश से बचने के लिए छाता थामे तो फुटपाथ दुकानदार को प्लास्टिक का सहारा लेना पड़ा। 

वहीं देर शाम तक बूंदाबादी जारी थी। शहर के साथ ग्रामीण इलाकों में भी हुई बारिश इधर सरिया व आसपास के इलाके में अचानक मौसम में आए बदलाव व हल्की-फुल्की बूंदाबांदी के कारण ठंड का प्रकोप इलाके में काफी बढ़ गया है। मंगलवार की सुबह से ही धुंध छाए रहे। बाजार में दिनभर सन्नाटा पसरा रहा। जबकि शाम को हुई हल्की बूंदाबांदी के कारण सड़कों पर काफी कम लोग नजर आए। 

बता दें कि अचानक आए मौसम के इस बदलाव के कारण क्षेत्र के अधिकांश घरों में सर्दी, खांसी, बुखार से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ गई है। वहीं ट्रेन या बसों से सफर करने वाले सवारी सहित सभी मोटिया मजदूरों को ठंड से काफी परेशानी का भी सामना करना पड़ रहा है। हजारीबाग रोड स्टेशन पर नहीं की गई अलाव की व्यवस्था, ठिठूरते रहे यात्री हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन व इसके आसपास के इलाकों में प्रतिदिन लोगों को ठंड से ठिठुरते हुए देखा जा सकता है। 

वहीं विदित हो कि पूर्व में रेलवे प्रशासन या स्थानीय प्रशासन ने रात भर कोयले का अलाव की व्यवस्था कराई थी। इससे हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन से यात्रा करने वाले रेल यात्रियों को ठंड व शीतलहरी से राहत मिलती थी। लेकिन इस वर्ष ना स्थानीय प्रशासन, ना नगर पंचायत प्रशासन और ना रेलवे प्रशासन ने हजारीबाग रोड स्टेशन के इर्द-गिर्द अलाव की व्यवस्था की। अलाव के नाम पर चौक-चौराहे पर थोड़ी बहुत लकड़ियों की व्यवस्था की जाती रही जो नाकाफी है। 

वहीं दूसरी तरफ़ इस कारण लोगों को ठंड में ठिठुरते हुए देखा जा सकता है। खलिहानों में रखे पुआल भीगे, किसान परेशान पिछले कई दिनों से देर सुबह तक कोहरा छाया रहता है। मंगलवार को दोपहर बाद हुई बारिश ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। कई किसानों के खेतों में रखे पुआल भीग गए वहीं तैयार आलू को भी नुकसान पहुंचने का अनुमान है। ठंड और ऊपर से भीगे पुआल से किसानों के चेहरे पर मायूसी छाई है।