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नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने कोरोना की दूसरी लहर के दौरान मौत के आंकड़ों को बताया सही।

नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने कोरोना की दूसरी लहर के दौरान मौत के आंकड़ों को बताया सही।


नई दिल्ली। कोरोना से होने वाली मौत को लेकर चल रही खबरों पर सरकार ने साफ किया है कि कोविड-19 से बड़ी संख्‍या में लोगों की मौत होने संबंधी जानकारी गलत और भ्रामक हैं और इनका कोई आधार नहीं है। केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय ने कहा है कि देश में ग्राम पंचायत, जिला और राज्‍य स्‍तर पर एक कानून के अनुसार जन्‍म और मृत्‍यु दर्ज करने की एक मजबूत प्रणाली है। इस पूरी प्रक्रिया का संचालन भारतीय महापंजीयक की समग्र निगरानी में किया जाता है। 

वहीं केंद्र सरकार की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया है कि हमारे पास विश्‍व स्‍तर पर स्‍वीकार्य वर्गीकरण के आधार पर कोविड मौतों को वर्गीकृत करने के लिए एक बहुत व्‍यापक परिभाषा है। सभी मौतों को राज्‍य स्‍तर पर दर्ज किया जाता है और केंद्रीय रूप से संकलित किया जा रहा है। इसके साथ ही दोनों स्‍तर पर इनका मिलान भी किया जाता है। सरकार ने साफ किया है कि कोरोना महामारी से 30 लाख लोगों की मौत संबंधी खबरें पूरी तरह से भ्रामक हैं और इनका कोई आधार नहीं है। 

बता दें कि देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में कोरोना के 2,64,202 नए केस आए जबकि इस दौरान 1.09 लाख से ज्यादा मरीज ठीक भी हुए। हालांकि देश में अभी 12,72,023 एक्टिव केस हो गई हैं। पॉजिटिविटी रेट 14.78 फीसदी हो गई है। 

वहीं दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में आज कोविड के 25,000 से कम मामले आने की उम्मीद है। अस्पतालों में लोगों के भर्ती होने की संख्या स्थिर हो रही है। जितनी भी मृत्यु हुईं हैं उन में लोगों को पहले से कोई बीमारी रही थी। दिल्ली में अभी 13,000 से ज़्यादा बेड खाली हैं। 

वहीं दूसरी तरफ़ दिल्ली के बीएलके अस्पताल के श्वसन रोग के एचओडी डॉ संदीप नायर ने कहा कि हम अधिक कोविड मामले देख रहे हैं। 10 लाख केस आए तो डॉक्टर संक्रमित हो जाएंगे, जिससे हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर पर बोझ पड़ेगा। मुझे आशा है कि ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होगी, प्रसार को रोकने के लिए उचित व्यवहार का पालन करना चाहिए।