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रांची: अगर आपके मोबाइल पर विभिन्न कंपनियों के मैसेज को बिना पढ़े इग्नोर नही करे, वरना पड़ सकते हैं मुसीबत में।
रांची। आपके मोबाइल पर विभिन्न कंपनियों के मैसेज आते रहते हैं। कई लोग तो बिना देखे-पढ़े ही इस तरह के संदेशों को इग्नोर कर देते हैं। बिना पढ़े डिलिट तक कर देते हैं। लेकिन डिलिट करने से पहले एकबार इन्हें पढ़ना नहीं भूलें। यह मैसेज आपको एक तरह से जागरूक करते हैं। आपको हर क्षण अलर्ट करते रहते हैं।
बता दें कि ट्राई मोबाइल टावर लगाने के लिए एनओसी जारी नहीं करता है। यदि कोई धोखेबाज ऐसे पत्र के साथ आपसे संपर्क करता है, तो मामले की सूचना संबंधित मोबाइल सेवा प्रदाता को दी जा सकती है। मालूम हो कि यह संदेश अक्सर आपके मोबाइल पर आता होगा। यह भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण की ओर से भेजा जाता है। अंग्रेजी में यह मैसेज कुछ इस प्रकार से होता है।
वहीं दूसरी तरफ़ कोई अवांछित एसएमएस प्राप्त होने पर, शिकायत करने के लिए 1909 पर एसएमएस सामग्री, प्रेषक संख्या, dd/mm/yy प्रारूप में एसएमएस भेजें या एचटीटीपीएस://डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट यूसीसी-बीएसएनएल डॉट को डॉट इन/कस्टमर्स/ पर जाएं। यह संदेश भी अंग्रेजी में आपके मोबाइल पर अक्सर आता रहता है।
वहीं यह संदेश बीएसएनएल यानी भारत संचार निगम लिमिटेड की ओर से ग्राहकों को मोबाइल पर भेजा जाता है। इसका मकसद यह है कि अगर आपके मोबाइल पर कोई अवांछित एसएमएस आता है तो तुरंत शिकायत करें। वरना आप कभी भी मुसीबत में पड़ सकते हैं।
वहीं ऐसे किसी भी धोखाधड़ी वाले मैसेज से सावधान रहें जो किसी अन्य नंबर पर कॉल करने या कोई ऐप डाउनलोड करके अपनी केवाईसी/आधार कार्ड की जानकारी अपडेट करने के लिए कहे। बीएसएनएल ऐसी किसी भी गतिविधि के लिए आपको कोई थर्ड-पार्टी ऐप डाउनलोड करने के लिए नहीं कहेगा। कृपया ऐसे किसी भी एसएमएस/कॉल से सतर्क रहें क्योंकि इससे आर्थिक नुकसान हो सकता है। टीम बीएसएनएल। आपके मोबाइल पर हिन्दी में अक्सर यह मैसेज आता है, इसे भारत संचार निगम लिमिटेड की ओर से भेजा जाता है।
वहीं दूसरी तरफ़ ऐसे किसी भी धोखाधड़ी वाले मैसेज से सावधान रहें जो आपको किसी अन्य नंबर पर कॉल करने या कोई ऐप डाउनलोड करके अपनी केवाईसी/आधार की जानकारी अपडेट करने के लिए कहें। जियो ऐसी किसी भी गतिविधि के लिए आपको कोई थर्ड-पार्टी ऐप डाउनलोड करने के लिए नहीं कहेगा। कृपया ऐसे किसी भी एसएमएस/कॉल से सतर्क रहें क्योंकि इससे आपको आर्थिक नुकसान हो सकता है। सुरक्षित रहें।' मोबाइल पर हिंंदी में आने वाला यह मैसेज जियो टीम की ओर से भेजा जाते हैं। इसे ध्यान में रखकर आप साइबर ठगी से बच सकते हैं।
बता दें कि वहीं एसबीआइ द्वारा भेजे गए एसएमएस में हमेशा लघु कोड 'एसबीआई' होगा, जैसे, एसबीआईबीएनके, एसबीआईआईएनबी, एसबीआईएनओ, एटीएमएसबीआई। अजनबियों से प्राप्त संदेशों पर कार्रवाई न करें, जो आपसे केवाईसी अपडेट करने या लिंक पर क्लिक करके डेबिट कार्ड अनलॉक करने के लिए कहते हैं। ऐसे ईमेल/एसएमएस धोखाधड़ी हो सकते हैं।
वहीं खबरदार सुरक्षित रहें। एसबीआई इंफोसेक टीम।' आपके मोबाइल पर यह मैसेज आए दिन भारतीय स्टेट इंफोसेस टीम की ओर से आता है। यह मैसेजे अंग्रेजी में कुछ इस प्रकार होता है।
वहीं मोबाइल पर एक मैसेज और आता है। अगर आपको इंटरनेट/फोन के द्वारा फ़्रॉड/ठगने का प्रयास किया गया है तो अपनी शिकायत कृपया डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट साइबरक्राइम डॉट जीओवी डॉट इन पर दर्ज कराएं। दरअसल, यह मैसेज सरकार की ओर से आते हैं। इसका मकसद सिर्फ इतना है कि आप यदि साइबर ठगी के शिकार हो गए हैं तो तुरंत संबंधित वेबसाइट पर जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराएं। वेबसाइट गृह मंत्रालय के अधीन संचालित है। वेबसाइट ओपेन करते ही प्रारूप खुलेगा, जिसे भरना होता है।