UP news
यूपी: लखनऊ में कोरोना ने पकड़ी रफ्तार डीएम ने कहा कि कंटेनमेंट जोन में राशन और दवाएं घर तक पहुंचाएं।
लखनऊ। राजधानी में कोरोना संक्रमण ने अपनी रफ्तार तेज कर दी है। रविवार को एक दिन में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1100 के आंकड़े को भी पार कर गई है। ऐसे में जिला अधिकारी अभिषेक प्रकाश ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संदिग्धों की जांच और संक्रमितों की निगरानी बढ़ाए जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने इस दौरान विशेषकर कंटेनमेंट जोन में राशन और मेडिकल किट की सप्लाई ससमय घर तक उपलब्ध कराए जाने का निर्देश दिया है।
वहीं जिलाधिकारी ने रविवार को कहा कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में सभी ज़रूरतमंद लोगों को ड्राई राशन किट उपलब्ध कराई जानी चाहिए। होम आइसोलेशन का भी कड़ाई से कराया जाए। घूमने वाले रोगियों को पकड़ कर क्वारंटाइन सेंटरों पर रखा जाए। जो रोगी होम आइसोलेशन में हैं, उन्हें शत प्रतिशत मेडिकल किट पहुंचाई जाए। कोविड संक्रमण को रोकने के लिए ज़ीरो टॉलरेंस नीति बनाई जाए।
वहीं शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में शत प्रतिशत निगरानी समितियों को सक्रिय किया जाए। वहीं बच्चों के टीकाकरण के लिए परिजनों को किया जाए जागरूक किया जाए। 15 से 18 वर्ष के बच्चों का शत प्रतिशत टीकाकरण किया जाए। कोविड पर प्रभावी रोक लगाने के उद्देश्य से दो अपर जिलाधिकारी 12-12 घंटे की शिफ्ट में काम करेंगे। वह कोविड कमांड सेंटर की मॉनीटरिंग भी करेंगे।
वहीं दूसरी तरफ़ बैठक में जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि होम आइसोलेशन में रहने वाले रोगियों की निरंतर मॉनिटरिंग कराना सुनिश्चित किया जाए। साथ ही जिन घरों में कोविड रोगी आए है उनको कन्टेन करने की कार्यवाही करते हुए यह भी सुनिश्चित किया जाए कि वह घर में ही रहें बाहर घूमें फिरें न। एक लाख मेडिसिन किट की उपलब्धता को सुनिश्चित कराया जाए। पाज़िटिव रोगियों के घर और कंटेटमेंट ज़ोन एरिया में बैरिकेडिंग व सेनेटाइज़ेशन और कोविड पॉज़िटिव रोगियों जो अपने घर में आइसोलेशन में है।
वहीं उनके घरों में पोस्टर आदि लगाने का कार्य करना सुनिश्चित किया जाए। साथ ही निर्देश दिया कि पाज़िटिव रोगी के घर के बाहर दो बार और घर के अंदर एक बार सेनेटाइज़ेशन करना नगर निगम द्वारा सुनिश्चित किया जाए। कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का व्यापक रूप से प्रचार प्रसार कराना सुनिश्चित किया जाए। पब्लिक एड्रेस सिस्टम, चौराहों व कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों के माध्यम से कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का व्यापक रूप से प्रचार प्रसार कराना सुनिश्चित किया जाए।