
UP news
यूपी: वाराणसी के सगुनहा प्राथमिक विद्यालय में बाल वाटिका से स्कूल में बढ़ेगी अब बच्चों की रुचि।
वाराणसी। छोटी उम्र से ही विद्यालय के प्रति रूचि बढ़ जाए तो ड्राप आउट व विद्यालय से गैर हाजिर रहने की प्रवृत्ति से मुक्ति मिल जाएगी। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए बाल वाटिका की अवधारणा नई शिक्षा नीति में की गई है ताकि तीन से आठ वर्ष की अल्पायु में ही विद्यालय के प्रति बच्चों के आकर्षण को बढ़ाया जा सके।
वहीं शासन के निर्देश पर जनपद के एक विद्यालय का चयन भी बाल वाटिका के लिए कर लिया गया है। विकास खंड बड़ागांव के अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय सगुनहा का चयन बाल वाटिका के लिए करते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. राकेश सिंह ने इससे संबंधित प्रस्ताव समग्र शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक को भेज दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस विद्यालय में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र को बाल वाटिका के रूप में विकसित किया जाएगा।
वहीं आंगनबाड़ी से निकलने के बाद कई बच्चे तुरंत विद्यालयों में नामांकन नहीं लेते, जिसके चलते लंबा गैप हो जाता है। इस गैप को पाटने के साथ, तीन से आठ वर्ष के बच्चों में विद्यालय व शिक्षा के प्रति आकर्षण पैदा करने के लिए बाल वाटिका शुरू करने की योजना है। प्रयोग के तौर पर एक विद्यालय का चयन किया गया है।
हालांकि वहीं जिले के सभी परिषदीय विद्यालयों के एक-एक शिक्षक को बाल वाटिका को लेकर प्रशिक्षित किया जा चुका है। प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षकों ने बताया कि बाल वाटिका के तहत विद्यालय व आंगनबाड़ी केंद्रों को इस तरह से बनाना है कि बच्चों को आकर्षित करे। जिसमें दीवारों पर आकर्षक चित्र के साथ साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना है। बच्चे के खेल-खेल में भी पढ़ाने की व्यवस्था रहेगी।
वहीं दूसरी तरफ़ इसके अलावा स्कूल के छात्रों के साथ आंगनबाड़ी के बच्चों की शैक्षणिक व अन्य गतिविधियां संचालित करना है, ताकि आगे चलकर बच्चे विद्यालय में नामांकन लें तो किसी तरह की हिचक नहीं रहे। आंगनबाड़ी के बच्चों को खेल-खेल में शिक्षा देने का प्रविधान बाल वाटिका में है, जिसके लिए विद्यालय में बच्चों के खेलने की भी व्यवस्था करनी है।
वहीं विद्यालय के शिक्षक भी छोटे बच्चों से अवगत होते हुए उनकी आवश्यकता व उनकी कमियों को जाने, ताकि इसे दूर किया जा सके और शिक्षा के आधार को मजबूत किया जा सके। सबसे बड़ी समस्या ड्राप आउट व विद्यालय में बच्चों के ठहरान नहीं होने की समस्या का भी समाधान किया जा सके।
बता दें कि वहीं डा. राकेश सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि बाल वाटिका के लिए प्राथमिक विद्यालय सगुनहा का चयन कर प्रस्ताव भेज दिया गया है। शासन का जैसा ही निर्देश होगा उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।