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यूपी: कानपुर में आज से होगी कोरोना की बूस्टर डोज लगाने की सीएमओ ने की शुरूआत।
कानपुर। कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। कोरोना के संक्रमण के बीच में ही प्रदेश में विधानसभा चुनाव भी कराए जाने हैं। ऐसे में हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर और चुनाव ड्यूटी वाले कर्मचारियों को प्रीकाशन डोज (बूस्टर डोज) लगाई जानी है। इसके अलावा साठ वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग और गंभीर बीमारियों से पीड़ितों, मधुमेह, हार्ट, किडनी, लिवर और कैंसर से पीड़ितों को बूस्टर डोज लगाने का कार्य सोमवार यानी 10 जनवरी से शुरू होगा।
वहीं शासन ने यह स्पष्ट किया है कि अगर बूस्टर डोज लगवाने के पात्र लोगों को कोरोना वायरस का संक्रमण है तो उन्हें बूस्टर डोज नहीं लगाई जाएगी। संक्रमण से उबरने के चार से सात हफ्ते बाद ही बूस्टर डोज लगाई जाएगी। वहीं कोरोना के हल्के लक्षण, इसलिए कराएं जांच: कोरोना वायरस का संक्रण होने पर हल्के लक्षण प्रकट हो रहे हैं। इसलिए बेहतर होगा कि बूस्टर डोज लगवाने से पहले एक बार कोरोना की आरटीपीसीआर जांच जरूर करा लें। कोरोना के संक्रमण की पुष्टि होने पर बूस्टर डोज फिलहाल न ही लगवाएं। ऐसे में बूस्टर डोज लगवाने का कोई फायदा नहीं होगा, न ही सुरक्षा का कवज बेहतर होगा।
वहीं दूसरी तरफ़ बूस्टर डोज के पात्र लोगों को अगर सर्दी-जुकाम व बुखार आ गया है। ऐसे में बेहतर होगा कि वह भी एक बार एहतियात बरते हुए कोरोना की जांच करा सकते हैं। उन्हें बूस्टर डोज लगाने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है, वैक्सीन की बूस्टर डोज लगेगी। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि अगर वह सतर्कता बरतते हुए कोरोना की जांच करा लेते हैं तो संशय दूर हो जाएगी। जो उनके लिए ही बेहतर और कारगर होगा।
वहीं दूसरी तरफ़ आइट्रिपलसी के नोडल अफसर डा. राजेश्वर सिंह का कहना है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए मास्क स्वयं लगाएं और दूसरों को भी मास्क लगाने के लिए प्रेरित करते रहें। घर से बाहर निकलने पर सैनिटाइजर साथ रखें, ताकि किसी भी चीज को छूने पर हाथ सैनिटाइज कर सकें। बेवजह घर से न निकलें और भीड़ भाड़ वाली जगह पर जाने से परहेज करें। बाहर जाएं तो अपने हाथ बार-बार आंख, नाक और मुंह पर न लगाएं। घर लौटने पर हाथ-पांव और चेहरा अच्छी तरह साबुन व पानी से धोएं।
बता दें कि वहीं डा. जीके मिश्रा अपर निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, कानपुर मंडल ने बताया कि बूस्टर डोज लगाने की शुरूआत सोमवार से हो रही है। अगर कोई हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर, चुनाव ड्यूटी कर्मचारी और 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग में से कोई कोरोना संक्रमित है। उसे फिलहाल चार से सात हफ्ते बूस्टर डोज नहीं लगाई जाएगी।