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यूपी: विधानसभा चुनाव में पूर्वांचल की आठ सीटों में छह पर महिलाओं को कांग्रेस ने दिया टिकट।
वाराणसी। पूर्वांचल की आठ सीटों पर मुकुल वासनिक की ओर से जारी पत्र के अनुसार कुल छह पर महिलाओं को कांग्रेस की ओर से टिकट दिया गया है। मऊ से मानवेंद्र बहादुर सिंह, रसड़ा से श्रीमती डा. ओमलता, सिंकदरपुर बृजेश सिंह गाथ, बैरिया से सोनम बिंद, बदलापुर से आरती सिंह, मड़िहान से गीता देवी, घोरावल से श्रीमती विंदेश्वरी सिंह राठौर, दुद्धी से श्रीमती बसंती पनिका को कांग्रेस की ओर से रविवार को टिकट दिया गया है। इस प्रकार पूर्वांचल के मऊ, बलिया, जौनपुर, मीरजापुर और सोनभद्र से कुल आठ प्रत्याशियों को कांग्रेस की ओर से टिकट जारी किया गया है।
वहीं दूसरी तरफ़ बदलापुर विधानसभा क्षेत्र से 33 वर्षीय आरती सिंह काे कांग्रेस ने प्रत्याशी घोषित किया है। कांग्रेस की राजनीति उन्हें विरासत में मिली है। वह जिले में ‘विकास पुरुष’ कहे जाने वाले पूर्व सांसद स्व. कमला प्रसाद सिंह के पौत्र गौरव सिंह सनी की पत्नी हैं। युवावस्था में कांग्रेस का झंडा थामने वाले कमला प्रसाद सिंह तमाम राजनीतिक उथल -पुथल के बावजूद आजीवन पार्टी से जुड़े रहे।
वहीं कमला प्रसाद सिंह पहली बार कांग्रेस के टिकट पर वर्ष 1977 में जनता पार्टी की लहर में फिर लगातार दूसरी बार वर्ष 1980 में जौनपुर सीट से विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए। वर्ष 1984 में जौनपुर संसदीय सीट से लोकसभा में पहुंचे। वर्ष 1993 में कमला प्रसाद सिंह कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी के रूप में जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए थे।
वहीं दूसरी तरफ़ कमला प्रसाद सिंह के दो पुत्रों में ज्येष्ठ उनके श्वसुर स्व. विनय कुमार सिंह युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रहे। आरती सिंह के पति गौरव सिंह सनी शहर कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष व प्रवक्ता संप्रति श्री बजरंग महाविद्यालय घनश्यामपुर के प्रबंधक हैं। परास्नातक, बीएड उपाधि धारक आरती सिंह श्री बजरंग महाविद्यालय की उप प्रबंधक हैं।
वहीं शहर के हुसेनाबाद मोहल्ले में रहने वाली आरती सिंह का गांव शाहपुर सानी इसी विधानसभा क्षेत्र में है। आरती सिंह के कांग्रेस का प्रत्याशी घोषित होने से बदलापुर सीट पर चतुष्कोणीय घमासान के आसार नजर आ रहे हैं। भाजपा ने यहां से मौजूदा विधायक रमेश चंद्र मिश्र को फिर मैदान में उतारा है। समाजवादी पार्टी ने पिछले चुनाव में रमेश चंद्र मिश्र से कड़े मुकाबले में पराजित हुए पूर्व विधायक ओम प्रकाश दुबे उर्फ बाबा को टिकट दिया है। बसपा ने अभी अपना पत्ता नहीं खोला है।
वहीं कांग्रेस ने रविवार को सोनभद्र की दो और सीटों के लिए प्रत्याशी घोषित कर दिया। इसमें दुद्धी विधानसभा सीट से कभी कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे पूर्व सांसद व विधायक स्व. रामप्यारे पनिका की पत्नी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती पनिका को प्रत्याशी बनाया है।
वहीं जबकि घोरावल विधानसभा सीट से राजपुर राजघराने की बहू विदेश्वरी सिंह राठौर को प्रत्याशी घोषित किया है। बसंती पनिका प्राइमरी तक पढ़ी हैं। कभी उनके पति स्व. रामप्यारे पनिका जिले के कद्दावर नेता हुआ करते थे। वह सोनभद्र से दो बार सांसद व दो बार विधायक रह चुके हैं। इसके अलावा वह संसदीय सचिव के साथ ही इंडियन एयरलाइंस के चेयरमैन व रेलवे बोर्ड इलाहाबााद के भी चेयरमैन थे।
वहीं दूसरी तरफ़ वर्ष 1994 में जब पहली बार जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव हुआ तो बसंती पनिका मैदान में आईं। उन्होंने इस चुनाव में जीत हासिल कर जिले की पहली निर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष होने का गौरव हासिल किया। इसके बाद वे फिर जिला पंचायत सदस्य चुनी गईं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी व प्रदेश कांग्रेस कमेटी की सदस्य भी रह चुकी हैं।
वहीं बसंती ने कहा कि वे जिले में स्थानीय समस्याओं बेरोजगारी, प्रदूषण और दुद्धी को जिला बनाने की मांग के मुद्दे पर चुनाव लड़ेंगी। इसके अलावा कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी के घोषणापत्र को जनता के बीच लेकर जाएंगी। वहीं राजपुर राजघराने की बहु विदेश्वरी सिंह राठौर को कांग्रेस ने घोरावल विधानसभा से अपना प्रत्याशी बनाया है। विदेश्वरी सिंह राठौर स्व. अभ्युदय ब्रम्हशाह की पत्नी है।
वहीं विदेश्वरी सिंह राठौर राजस्थान राजघराने की बेटी है। एमयू कालेज से पढ़ विदेश्वरी सिंह राठौर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की करीबी मानी जाती है। प्रत्याशी बनाए जाने पर विदेश्वरी सिंह राठौर ने कहा कि वह महिला शिक्षा व विस क्षेत्र में व्याप्त मूलभूत समस्याओं के समाधान को लेकर जनता के बीच मैदान में जाएंगी।
वहीं समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बाद अब कांग्रेस ने भी विधान सभा चुनाव को लेकर प्रत्याशियों के नामों की घाेषणा शुरू कर दी है। कुछ दिन पहले ही कांग्रेस हाईकमान ने पूर्व मंत्री बच्चा पाठक के नाती पुनीत पाठक को बांसडीह से प्रत्याशी घोषित किया था। रविवार को बैरिया, रसड़ा और सिकंदरपुर सीटों पर उम्मीदवार तय कर दिए गए। सिकंदरपुर सीट से बृजेश सिंह गाथ को उम्मीदवार बनाया गया है। वह जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व कार्यवाहक अध्यक्ष रह चुके हैं।
वहीं इसी तरह अनुसूचित कांग्रेस प्रकोष्ठ के पूर्व कार्यवाहक अध्यक्ष परशुराम की बेटी डा. ओमलता को रसड़ा से उम्मीदवार बनाया गया है। जबकि सोनम बिंद बैरिया से चुनाव लड़ेंगी। वह 2021 में बांसडीह से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ चुकी हैं, लेकिन उन्हें हार मिली थी। तीनों प्रत्याशी पहली बार चुनाव लड़ेंगे। इस तरह अब तक घोषित हुई चार सीटों के लिए दो पर महिलाओं को मौका दिया गया है। हालांकि, अभी बलिया नगर, फेफना व बिल्थरारोड सीट पर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा होेनी बाकी है।
वहीं दूसरी तरफ़ कांग्रेस ने रविवार को जारी सूची में मऊ सदर विधानसभा सीट से मानवेंद्र बहादुर सिंह को प्रत्याशी घोषित किया है। सदर सीट पर अभी किसी दल ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। कांग्रेस ने इसमें बाजी मारते हुए पार्टी के बड़े नेताओं में शुमार सुरेश बहादुर सिंह के पुत्र मानवेंद्र बहादुर सिंह पर अपना दांव लगाया है। 2008 में सक्रिय राजनीति में आए मानवेंद्र को 2013 में जिला उपाध्यक्ष का पद मिला।
वहीं इसके बाद 2017 में उन्हें पीसीसी सदस्य बनाया गया। कांग्रेस पार्टी में नजदीकी पकड़ रखने वाले मानवेंद्र का परिवार का सियासत में लंबा इतिहास रहा है। इनके बाबा शिवशंकर सिंह जिला परिषद बलिया के चेयरमैन रह चुके हैं। वहीं इनके पिता सुरेश बहादुर सिंह ने बलिया के सीयर विधानसभा से कांग्रेस के ही टिकट पर 1993 में चुनाव लड़ा था। हालांकि, इस चुनाव में उनकी हार हुई थी।