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यूपी: रायबरेली में शराब पीने से मरने वालों का आंकड़ा बढ़ा, वहीं आबकारी इंस्पेक्टर और सिपाही भी हुए निलंबित।

यूपी: रायबरेली में शराब पीने से मरने वालों का आंकड़ा बढ़ा, वहीं आबकारी इंस्पेक्टर और सिपाही भी हुए निलंबित।


लखनऊ। रायबरेली में जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला मंगलवार की रात से बुधवार की सुबह तक चलता रहा। पहले चार लोगों की मौत हुई थी, लेकिन अब ये संख्या दस पहुंच चुकी हैं। हालांकि, पुलिस जहरीली शराब से सिर्फ छह मौतें होने की ही पुष्टि कर रही है। बुधवार की सुबह नौ बजे के करीब आइजी लक्ष्मी सिंह भी मामले की जांच करने पहुंची और आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही। वहीं, जिले के आबकारी इंस्पेक्टर अजय कुमार और सिपाही धीरेंद्र श्रीवास्तव निलम्बित कर दिए गए हैं। इस मामले में यह अब तक की पहली कार्रवाई है। 

वहीं पूरा मामला महराजगंज के पहाड़पुर देसी शराब के ठेके से जुड़ा बताया जा रहा है। इसी गांव की सुखरानी के घर सोमवार को बेटी का बरहंव कार्यक्रम था, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने शिरकत की थी और देसी शराब पी थी। बुधवार की सुबह इसी शराब के सेवन से पहाड़पुर गांव के सरोज की गांव में ही मौत हो गई। सुखरानी और राम सुमेर की महराजगंज सीएचसी और बंशी की जिला अस्पताल में सांसें थम गईं थीं। मौतों का ये सिलसिला बदस्तूर जारी रहा और सुखरानी के रिश्तेदार बहादुर नगर निवासी कल्लू और लोधवामऊ के बचई की उनके घरों में ही मौत हो गई।

वहीं पहाड़पुर के चंद्रपाल की जिला अस्पताल में सांसें थम गईं। इनके अलावा थुलवासा में भट्ठे पर काम करने वाले रामबाबू और कासिम, नहर विभाग में काम करने वाले पहाड़पुर निवासी पंकज सिंह की भी जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। इन सभी ने इसी ठेके से शराब खरीदकर पी थी, ऐसा ग्रामीणों का कहना है। पुलिस अभी सिर्फ छह लोगों की जहरीली शराब से मौत होने की बात कह रही है, लेकिन उनका नाम अब तक उजागर नहीं किया गया है। इन सभी लोगों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। 

वहीं खंगाला ठेकेदार का घरः पहाड़पुर देसी शराब का ठेका पूरे पोदराम सिंह निवासी धीरेंद्र सिंह के नाम है। आइजी लक्ष्मी सिंह ने उसके घर पर दबिश देकर छानबीन की। उन्होंने बताया कि ठेकेदार और सेल्समैन के खिलाफ केस दर्ज करा दिया गया है। दोनों की तलाश की जा रही है। जहरीली शराब से अब तक छह लोगों की मौत हुई है। मामले की जांच चल रही है। 

वहीं घटना की सूचना मिलते ही पूरा गांव मंगलवार की रात से छावनी में बदल गया है। लखनऊ मंडल के मंडलायुक्त, आइजी लक्ष्मी सिंह, जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार सहित पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी बुधवार को भी गांव में कैंप किए हुए हैं।