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यूपी: वाराणसी में डीजीपी मुकुल गोयल ने सारनाथ में देखा पुरातात्विक अवशेष, भगवान बुद्ध का किया दर्शन-पूजन।

यूपी: वाराणसी में डीजीपी मुकुल गोयल ने सारनाथ में देखा पुरातात्विक अवशेष, भगवान बुद्ध का किया दर्शन-पूजन।

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वाराणसी। डीजीपी मुकुल गोयल रविवार को सुबह 10:51 बजे पुरातात्विक खंडहर परिसर गेट पहुंचे, जहां ठेला पटरी व्यवसायी के रामचन्द्र प्रजापति, राजेश ने अशोक का राट्रीय चिह्न शीर्ष सिंह देकर समान्नित किया। इसके बाद वे पुरातत्व खंडहर परिसर में प्राचीन मूलगंध कुटी विहार, मनौती, धर्मराजिका और धम्मेख स्तूप को देखा। सम्राट अशोक, चंद्रगुप्त काल के कलाकृतियों को देखने के के साथ एक-एक अवशेषों के बारे में जानकारी भी हासिल की।

वहीं इस दौरान उन्होंने अधीनस्थों से सुरक्षा व्यवस्था के बारे में भी पूछा। धम्मेख स्तूप से अंदर के रास्ते से मूलगंध कुटी विहार बौद्ध मंदिर गए। यहां महाबोधि सोसायटी आफ इंडिया के संयुक्त सचिव भिक्षु सुमित्ता नन्द थेरो ने भगवान बुद्ध की विधिवत पूजा कराई व बौद्ध जीवन काल के बारे में भी बताया। 

वहीं करीब एक घंटे सारनाथ में भ्रमण और भगवान बुद्ध का दर्शन-पूजन करने के बाद रिंग रोड के रास्ते सीधे बड़ा लालपुर टीएफसी गए, यहां हैंड्रीकाफ्ट आदि को देखा। करीब एक घंटे समय बीताने के बाद भोजूबीर, कचहरी, चौकाघाट होते हुए सीधे काल भैरव मंदिर गए और पंडित रोहित दुबे ने विधिवत पूजा कराया।

वहीं उन्होंने बताया कि बाबा काल भैरव के अष्टकमंत्र से पूजा किया गया। कुछ देर विश्राम करने के बाद श्रीकाशी विश्वनाथ धाम गए। यहां विधिवत पूजन-अचर्न करने के साथ तैयारियों और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने देखने के दौरान अधीनस्थों को सुरक्षा व्यवस्था मुस्तैद रखने को कहा। कहा कि किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। 

वहीं डीजीपी के आगमन को लेकर शहर में ट्रैफिक और कमिश्नरेट पुलिस अलर्ट रही। इसके बाद संकट मोचन मंदिर और संत रविदास मंदिर भी गए। एक अधिकारी ने बताया कि डीजीपी का यह निजी कार्यक्रम था। परिवार के साथ काशी भ्रमण और दर्शन-पूजन करने आए थे। यह जरूर रहा है कि काशी की सुरक्षा को लेकर सभी को अलर्ट रहने को कहा।