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यूपी: वाराणसी में पीएम नरेन्‍द्र मोदी ने मन की बात में किया बीएचयू के छात्र जय चौधरी का जिक्र।

यूपी: वाराणसी में पीएम नरेन्‍द्र मोदी ने मन की बात में किया बीएचयू के छात्र जय चौधरी का जिक्र।

                                   S.K. Gupta Reporter

वाराणसी। आइइआइटी बीएचयू के इलेक्ट्रानिक्स इंजीनियरिंग के 1980 बैच के पूर्व छात्र और क्लाउड बेस्ड इन्फार्मेशन सिक्योरिटी फर्म जीस्केलर के संस्थापक और सीईओ जय चौधरी की मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने आज सराहना की। जय चौधरी ने हाल में ही आइआइटी (बीएचयू) फाउंडेशन को एक मिलियन यूएस डालर (लगभग 7.5 करोड़ रुपये) का दान दिया है। इस दान से संस्थान के उद्यमिता केंद्र के माध्यम से छात्र विकास, संकाय विकास और उद्यमिता विकास पर काम होगा। अपने संबोधन में नरेन्द्र मोदी ने महामना मदनमोहन मालवीय के प्रयासों को भी याद किया।

वहीं मन की बात में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महामना मालवीय एवं महात्मा गांधी का स्मरण किया। उन्‍होंने कहा कि मालवीय जी ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना की। वहीं बापू ने गुजरात विद्यापीठ की स्थापना की। शिक्षा के क्षेत्र में किए कार्यों की चर्चा करते हुए गुरुदेव रवीन्द्र नाथ टौगोर, अलीगढ के राजा महेन्द्र सिंह का भी स्मरण किया। काशी हिन्दू विश्विद्यालय के छात्र रहे जयंत चौधरी की चर्चा करते हुए उनकी सराहना की जिन्होंने साढे सात करोड की राशि बीएचयू के आईटी विभाग को दिया है।

वहीं दूसरी तरफ़ जय चौधरी द्वारा दिये गए डोनेशन से संस्थान में एक साफ्टवेयर इनोवेशन सेंटर स्थापित किया जाएगा जो एक ऐसा मंच प्रदान करेगा जहां छात्र साफ्टवेयर विकास, क्वांटम कंप्यूटिंग, साइबर सुरक्षा, आइओटी और डेटा एनालिटिक्स के क्षेत्र में सीखने और नवाचार करने में सक्षम होंगे। आइआइटी (बीएचयू) और संस्थान के ही पुरा छात्र दीप जरीवाला (एमईटी 10) के सहयोग से एक संकाय सदस्य का चयन किया जाएगा। 

वहीं जो ’जय चौधरी प्रोफेसर आफ साफ्टवेयर इनोवेशन’ की भूमिका निभाएगा और साफ्टवेयर इनोवेशन सेंटर का प्रबंधन संभालेगा। संस्थान में इन सब की तैयारी चल रही है। प्रोफेसरशिप और इनोवेशन सेंटर के अलावा, जय चौधरी द्वारा दी गई धनराशि से साफ्टवेयर नवाचार पर एक व्याख्यान श्रृंखला और एक साफ्टवेयर प्रौद्योगिकी बीज कोष भी गठित होगा। उन दोनों का प्रबंधन आइआइटी (बीएचयू) फाउंडेशन की ओर से पुरा छात्र विश नारायणन द्वारा किया जाना है।

जय चौधरी ने यू.एस. में पांच सफल तकनीकी कंपनियों की स्थापना की है इसमें जीस्केलर प्रमुख है। 1980 में इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी के साथ आइआइटी (बीएचयू) से स्नातक करने वाले जय चौधरी ने कभी इन शब्दों में कृतज्ञता अर्पित की थी आइआइटी (बीएचयू) में मुझे जो शिक्षा मिली, उसने मुझे व्यवसाय की दुनिया के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 

वहीं यह उद्यमिता केंद्र युवा छात्रों को अपने करियर को नेविगेट करने और व्यावहारिक कौशल सीखने के लिए शिक्षित करने के साथ-साथ साइबर सुरक्षा की दुनिया में अधिक प्रतिस्पर्धी बनने के लिए मदद करेगा। मेरी आशा है कि उद्यमिता केंद्र बड़े सपनों और आकांक्षाओं वाले छात्रों को वही अवसर प्रदान करेगा जो मैं अनुभव करने के लिए भाग्यशाली था।

वहीं विश्व के सबसे धनी 10 व्यक्तियों में शुमार अमेरिका के उद्योगपति जगतार चौधरी उर्फ जय चौधरी ने प्रौद्योगिकी संस्थान, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय अब आइआइटी बीएचयू के पूर्व छात्र हैं। 1980 में यहां से इलेक्ट्रानिक्स इंजीनियरिंग विभाग से स्नातक करने के बाद, हिमाचल के छोटे से गरीब किसान परिवार के इस बेटे की किस्मत बदल गई। 

वहीं दूसरी तरफ़ उस समय इंजीनियरिंग में देश के सबसे कुशाग्र छात्रों में शामिल जय का इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग में परास्नातक करने के लिए ओहियो के सिनसिनाटी विश्वविद्यालय में चयन हो गया। वजीफे के बल पर परास्नातक कर इस युवा इंजीनियर ने सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कई कंपनियां डाल ऐसा झंडा गाड़ा कि आज विश्व का दसवां सबसे धनी उद्यमी बन बैठा। उनकी प्रतिदिन की आय 153 करोड़ रुपये है।