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यूपी: अंबेडकरनगर में माफिया अजय सिंह सिपाही का घर ढहाने को नहींं मिली जेसीबी, बगैर घर सील कर लौटी वापस टीम।
अंबेडकरनगर। जिला मजिस्ट्रेट के यहां से जारी कुर्की का आदेश लेकर माफिया अजय सिपाही का घर ध्वस्त करने पहुंची पुलिस व प्रशासन की टीम को जेसीबी ही नहीं मिली। लिहाजा कुर्की की कार्रवाई के साथ उसका घर सील कर पुलिस व प्रशासन की टीम लौट आई। प्रशासन ने माफिया के अधिवक्ता को कुर्क किए गए सामानों की सूची की प्रति मौके पर ही उपलब्ध कराई। एसडीएम भीटी ने अपर पुलिस अधीक्षक, सीओ, कई थानों की पुलिस व पीएसी की मौजूदगी में यह कार्रवाई की।
वहीं महरुआ थाने के गांव लोकनाथपुर का अजय सिंह सिपाही प्रदेश के टाप मोस्ट अपराधियों में शामिल है। गैंगस्टर के एक मुकदमे में जारी वारंट पर पुलिस ने गत सप्ताह उसे राजस्थान के मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के बाहर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जिला मजिस्ट्रेट की अदालत से उसके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई का आदेश चार दिन पहले हुआ है।
वहीं एसडीएम भीटी दीपक वर्मा के नेतृत्व में अपर पुलिस अधीक्षक संजय राय, सीओ भीटी रुक्मिणी वर्मा, अहिरौली, महरुआ, भीटी, इब्राहिमपुर, बेवाना, अलीगंज समेत सात थानों की पुलिस व पीएसी के साथ उसका घर ध्वस्त घर करने पहुंचे। वहां पहले से मौजूद माफिया की अधिवक्ता नीरज सिंह ने डीएम के समक्ष अपना पक्ष रखने का समय मांगते हुए विधिक तरीके से कार्रवाई की मांग की।
वहीं इस पर सहमति बनने के बाद प्रशासन ने गेट खोलवाया। घर में मौजूद करीब 50 महिलाओं, माफिया के परिवार के सदस्यों, मवेशियों को बाहर निकालकर कार्रवाई शुरू की। पूरे घर की तलाशी ली, सामानों की सूची तैयार करते हुए अपना ताला लगा दिया। इसके बाद कुर्की की कार्रवाई करते हुए मुख्य समेत पिछले गेट पर कार्रवाई से संबंधित बैनर, अपना ताला जड़ते हुए मकान को सील कर दिया।
वहीं स्थिति की नजाकत भांप पुलिस ने की कार्रवाई सुबह ही पुलिस ने पहुंचकर माफिया के बाबा को नोटिस थमाया। इससे आक्रोशित उसके समर्थकों का घर पर आना-जाना शुरू हो गया। नजाकत भांप पुलिस ने तैयारी शुरू की और एसडीएम भीटी के नेतृत्व में एएसपी, सीओ, कई थानों की पुलिस, पीएसी थाने पर इकठ्ठा हो गई। यहां से एक साथ टीम घर पहुंची। पुलिस वहां मौजूद भीड़ को हटाने लगी, लेकिन भीड़ चंद कदम पर अड़ी रही। इसके बाद टीम ने कार्रवाई पूर्ण की।
वहीं महरुआ थाना क्षेत्र में कई जेसीबी मशीनें हैं। माफिया का घर ध्वस्त करने के लिए पुलिस सुबह से दोपहर तक जेसीबी की तलाश करती रही। चर्चा है कि मालिकों ने भयवश जेसीबी देने से इनकार कर दिया। इससे पुलिस व प्रशासन की टीम का मंसूबा सफल नहीं हो सका।
वहीं दूसरी तरफ माफिया की अधिवक्ता नीरज सिंह तथा अनुज वधू शालिनी सिंह ने सत्तापक्ष के एक नेता के इशारे पर द्वेषवश उनके परिवार को पुलिस व प्रशासन द्वारा परेशान करने का आरोप लगाया है। बताया कि अजय सिपाही को चुनाव लडऩे से रोकने के लिए प्रशासन यह कार्रवाई कर रहा है। उन्होंने सरकार से न्याय मिलने की उम्मीद जताई है।