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यूपी: जौनपुर का बदलापुर विधानसभा सीट पर सियासी दलों की चल रही तैयारी।

यूपी: जौनपुर का बदलापुर विधानसभा सीट पर सियासी दलों की चल रही तैयारी।


जौनपुर। विधानसभा चुनाव की आहट सुनाई देने के साथ ही सियासी दलों की तैयारियां यह बता रही हैं कि यहां इस बार भी कांटे की टक्कर होगी। वर्ष 2012 में अस्तित्व में आए बदलापुर विधानसभा में 2022 में तीसरा चुनाव होने जा रहा है। ब्राह्मण बाहुल्य क्षेत्र में एक बार फिर जातीय समीकरण हावी रहेगा तो विकास का मुद्दा भी प्रमुख रहेगा। जिसकी चर्चा अभी से शुरू हो गई है।

वहीं विधानसभा चुनाव का बिगुल अभी नहीं बजा है, लेकिन संभावित प्रत्याशी काफी पहले से ही सक्रिय हो गए हैं। हर जगह लगे होर्डिंग बैनर के बीच चट्टी-चौराहों पर चुनावी चर्चा शुरू है। ब्राह्मण बाहुल्य माने जाने वाले इस क्षेत्र में भाजपा को अति पिछड़ों का साथ मिलने से रमेश चंद्र मिश्र ने बाजी मार ली थी। 

वहीं हालांकि इस बार मतदाताओं के मन में क्या है यह तो आने वाला वक्त बताएगा, लेकिन तैयारियों को देखते हुए साफ कहा जा सकता है जोड़-तोड़ की इस लड़ाई में हर कोई जुटा है। 2012 के परिसीमन में खुटहन व गढ़वारा विधानसभाओं से कटकर बदलापुर नई विधानसभा बनी। जिसमें बदलापुर, महराजगंज व बक्शा (आंशिक) विकासखंड के कुल 406 राजस्व गांव शामिल है। इतना ही नहीं तीन नदियों गोमती, सई व पीली के बीच अवस्थित बदलापुर भौगोलिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।

वहीं दूसरी तरफ़ दो बार हुए चुनाव पर नजर डालें तो यहां लड़ाई सपा, बसपा व भाजपा के बीच ही रही है। यह ब्राह्मण बाहुल्य क्षेत्र है। इसके अलावा अनुसूचित जाति, क्षत्रिय व यादवों का भी काफी असर रहता है। यही वजह है कि दोनों चुनाव में भले ही सपा से ओमप्रकाश दुबे 'बाबा' व भाजपा से रमेश चंद्र मिश्र विधायक बने, लेकिन रनर के रूप में बसपा के लालजी यादव ही रहे। यदि आंकड़ों पर गौर करें तो ब्राह्मण मतदाताओं की ही महत्वपूर्ण भूमिका होगी। यह जिस दल के साथ जुड़ेगा, वही यहां ताज का हकदार होगा।

बता दें कि वहीं 2017 में यह सीट भाजपा के खाते में गई थी। भाजपा प्रत्याशी रमेश चंद्र मिश्र ने बसपा के लालजी यादव को 2372 वोटों से हराया था। रमेश चंद्र मिश्र को 60 हजार 237 वोट मिले थे, जबकि बसपा के लालजी यादव को 57 हजार 865 तथा सपा के ओम प्रकाश दुबे बाबा 46 हजार 545 मत पाकर तीसरे नंबर पर थे। 

वहीं इसी तरह 2012 में इस सीट पर सपा का कब्जा था। सपा के ओम प्रकाश दुबे बाबा को 65, 278 वोट मिले थे। उन्होंने बसपा के लालजी यादव को 16,193 वोटों से हराया था। लालजी को 49 हजार 85 मत तो कांग्रेस के विवेक कुमार सिंह राजा 20 हजार 503 मत पाकर तीसरे नंबर पर थे। जबकि भाजपा के विनय सिंह 11 हजार 878 मत पाकर चौथे स्थान पर थे।