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यूपी: समाजवादी पार्टी ने वाराणसी जिला प्रशासन पर लगाया एकपक्षीय कार्रवाई का आरोप, दी आंदोलन की चेतावनी।
वाराणसी। शांति भंग करने की नोटिस से सपा कार्यकर्ताओं में रोष है। सपा कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन पर एकपक्षीय कार्रवाई का आरोप लगाते हुए कड़ी आपत्ति जताई है। यही नहीं सपा ने आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
वहीं इस संबंध में सपा का एक प्रतिनिधिमंडल गत दिनों पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश व सहायक निर्वाचन अधिकारी (एडीएम प्रशासन) से मिला था। इस दौरान सपा नेताओं ने जिला प्रशासन पर भेदभाव रवैया अपनाने का आरोप भी लगाया था। इस प्रकरण में पुलिस कमिश्नर हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया था।
वहीं सपा महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा ने कहा कि सपा नेताओं व कार्यकर्ताओं के ऊपर लगातार एक पक्षीय कार्यवाही की जा रहा है, धारा 107/116 की कार्यवाई कार्यकर्ताओं व नेताओं पर लगातार निर्वाचन अधिकारियों के द्वारा व पुलिस का उत्पीडऩ बदस्तूर जारी है। महानगर अध्यक्ष ने बताया जिलाधिकारी ने भी आश्वासन दिया है कि जिम्मेदार नेताओं व कार्यकर्ताओं धारा 107/116 नोटिस हटा ली जाएगी।
वहीं इससे इतर गुरुवार को सपा महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा, किशन दीक्षित, नागेश्वर चौरसिया, लालू यादव, नेताओं को जमानती वारंट जारी कर दिया गया है। जमानती वारंट सपा नेताओं के आवासों पर भेज दिया गया है। इसे लेकर सपा नेताओं का आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
वहीं उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों पर भाजपा के एजेंट के रूप मे के कार्य करने का भी आरोप लगाया है। पुलिस प्रशासन सिर्फ सपा नेताओं व कार्यकर्ताओं को ही निशाना बना रही है। कहा कि सपा एमएलसी आशुतोष सिन्हा आचार संहिता का पालन करते हुए कलेक्ट्रेट में अधिवक्ताओं से मिलने गए। इस पर उसने स्पष्टीकरण मांग लिया गया है।
वहीं दूसरी ओर कैंट के विधायक सौरभ श्रीवास्तव सरेआम लंका चौराहे पर प्रचार प्रसार करते देखे गए। इसके बावजूद उन्हें क्लीन चिट दे दिया गया। शिकायत दर्ज कराने वालो में मुख्य रूप महानगर महासचिव जितेंद्र यादव, दिलीप कश्यप, अजय चौधरी सहित अन्य लोग शामिल है।
वहीं पुलिस प्रशासन सिर्फ सपा नेताओं व कार्यकर्ताओं को ही निशाना बना रही है। कहा कि सपा एमएलसी आशुतोष सिन्हा आचार संहिता का पालन करते हुए कलेक्ट्रेट में अधिवक्ताओं से मिलने गए। इस पर उसने स्पष्टीकरण मांग लिया गया है।
वहीं दूसरी ओर कैंट के विधायक सौरभ श्रीवास्तव सरेआम लंका चौराहे पर प्रचार प्रसार करते देखे गए। इसके बावजूद उन्हें क्लीन चिट दे दिया गया। शिकायत दर्ज कराने वालो में मुख्य रूप महानगर महासचिव जितेंद्र यादव, दिलीप कश्यप, अजय चौधरी सहित अन्य लोग शामिल है।