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यूपी: सोनभद्र का घोरावल विधानसभा सीट सृजन के बाद से सपा और भाजपा को मिला प्रतिनिधित्व।

यूपी: सोनभद्र का घोरावल विधानसभा सीट सृजन के बाद से सपा और भाजपा को मिला प्रतिनिधित्व।

KESHARINEWS24

सोनभद्र। वर्ष 2007 के परिसीमन के बाद घोरावल विधानसभा अस्तित्व में आया। यहां पर पहली बार विधानसभा के लिए मतदान वर्ष 2012 में हुआ। पहले चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रमेश चंद्र दुबे ने बसपा प्रत्याशी अनिल मौर्या को हराकर विधायक बने थे। 

वहीं इसके बाद वर्ष 2017 के विधानसभा के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी अनिल मौर्या ने तत्कालीन सपा विधायक रमेश चंद्र दुबे को हराकर विधायक बने। विदित हो कि परिसीमन से पहले यह क्षेत्र मीरजापुर जनपद के राजगढ़ विधानसभा के तहत आता था। राजगढ़ विधानसभा सीट से भी अनिल मौर्या दो बार विधायक निर्वाचित हुए थे।

वहीं घोरावल विधानसभा सीट पर पहली बार वर्ष 2012 में मतदान हुआ था। जिसमें समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रमेश चंद्र दुबे को 87708 मत मिले थे। इसके बाद बसपा प्रत्याशी अनिल मौर्या को 72521, कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी अरुण कुमार 13996 मत व भाजपा प्रत्याशी विजेंद्र सिंह को महज 7703 मत मिला था। भाजपा उक्त चुनाव में चौथे स्थान पर रही थी।

वहीं दूसरी तरफ़ वर्ष 2017 में अनिल मौर्या ने बसपा का दामन छोड़ भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और सपा के रमेशचंद्र दुबे को हराया। वर्ष 2017 में भाजपा के अनिल मौर्या को 1,14,305 मत मिले जबकि सपा प्रत्याशी रमेश चंद्र दुबे को 56,656 मत मिले थे। बसपा प्रत्याशी बीना सिंह को 53,090 मत मिले थे। सपा के साथ गठबंधन के कारण यहां पर कांग्रेस ने यहां पर कोई प्रत्याशी नहीं उतारा था।