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यूपी: कानपुर भोगनीपुर बरौर थाना क्षेत्र के मुड़ेरा गांव में उधारी के रुपये मांगने पर मारपीट में घायल लोकतंत्र सेनानी के पुत्र की हुईं मौत।
कानपुर। भोगनीपुर बरौर थाना क्षेत्र के मुड़ेरा गांव में उधारी के रुपये मांगने पर आरोपितों की पिटाई से घायल लोकतंत्र सेनानी के पुत्र दीपांशु सचान की अस्पताल में मौत हो गई। आरोपितों की की गिरफ्तारी न होने से नाराज स्वजन ने सोमवार को युवक का अंतिम संस्कार नहीं किया। पुलिस ने काफी समझाने का प्रयास किया पर बात नहीं बनी।
वहीं बरौर थाना क्षेत्र के मुड़ेरा गांव में 27 दिसंबर को गांव के ही लोकतंत्र सेनानी गुरुप्रसाद के पुत्र दीपांशु सचान के उधारी के डेढ़ लाख रुपये वापस मांगने पर गांव के ही रामकुमार, उसके साले अविनाश उर्फ बग्गड़ व गांव के ही लवकुश ने लाठी डंडों से मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। इस मामले में गुरु प्रसाद सचान ने तीनों आरोपितों के विरुद्ध जानलेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
वहीं घटना में घायल हुए निजी कंपनी में काम करने वाले 24 वर्षीय दीपांशु सचान को अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उसकी मौत हो गई। कोई हंगामा न हो इसके चलते सोमवार को गांव में शव पहुंचने के पहले ही सीओ डेरापुर आशापाल सिंह, थाना बरौर, भोगनीपुर व डेरापुर पुलिस के साथ मुड़ेरा गांव पहुंच गए। शव पहुंचा तो मां अनीता देवी, पिता गुरुप्रसाद, बहन नेहा, दीपिका व श्रेया का रोकर बुरा हाल हो गया।
वहीं स्वजन ने पुलिस पर आरोपितों से मिले होने का आरोप लगाकर अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। सीओ आशापाल, भोगनीपुर कोतवाल राजेश कुमार सिंह, बरौर थानाध्यक्ष गंगा सिंह, डेरापुर थानाध्यक्ष अखिलेश जायसवाल दीपांशु के पिता गुरुप्रसाद व अन्य स्वजन को कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन देकर समझाते रहे, लेकिन शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया।
वहीं दूसरी तरफ़ सीओ आशापाल पाल सिंह ने बताया कि घटना में नामजद अभियुक्त रामकुमार व गांव के ही लवकुश को सोमवार को उनके गांव से गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना में शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। स्वजन ने मंगलवार को अंतिम संस्कार की बात कही है।