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यूपी: वाराणसी में सपा नेताओं ने बिना अनुमति के बांटा कम्बल, पुलिस ने आचार संहिता उल्लंघन में दर्ज किया केस।
वाराणसी। समाजवादी पार्टी की नेता डिंपल यादव के जन्मदिन पर बिना अनुमति के कम्बल वितरण करना सपा नेताओं को महंगा पड़ गया है। कोतवाली पुलिस आचार संहिता का उलंघन व कोविड नियमों का पालन नहीं करने के आरोप में राजू यादव, बच्चा सहानी, प्रभाकर यादव तथा बच्चा यादव व अज्ञात सहित दस के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई कर रही है।
वहीं शनिवार को समाजवादी पार्टी की नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव का जन्मदिन था। इस अवसर पर सपा नेताओं ने सप्तसागर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। इसके लिए प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली थी। इसमें बड़ी संख्या में सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की जमघट हुई। कोविड प्रोटोकाल का जमकर उलंघन हुआ।
वहीं आचार संहिता लगी रहने के बावजूद भी कायर्क्रम मेंसपा नेताओं कम्बल वितरण करना शुरू कर दिया। कम्बल लेने के लिए भी भीड़ जुटी। इसकी जानकारी कोतवाली पुलिस को हुई तो तुरंत हरकत में आ गयी। कोतवाली इस्पेक्टर भरत उपाध्याय मौके पर पहुंचे और मामले के बार में छानबीन की। इसके बाद कार्यक्रम के आयोजन में अहम भूमिका निभाने वाले नेताओं समेत अन्य के खिलाफ में मुकदमा दर्ज किया गया।
बता दें कि कोतवाली इंस्पेक्टर ने बताया कि आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए दिन में कार्यक्रम किया जा रहा था, इस दौरान कोविड प्रोटोकाल का पालन भी नहीं किया गया। कायर्क्रम स्थल पर काफी भीड़ थी वहां मौजूद लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे थे। ज्यादातर लोगों के चेहरे पर मास्क भी नहीं था। बिना अनुमति के कार्यक्रम कराने और भीड़ जुटाने पर कोतवाली पुलिस ने सप्तसागार चौकी प्रभारी की शिकायत के आधार पर राजू यादव, बच्चा सहानी, प्रभाकर यादव और बच्चा यादव व अज्ञात समेत कुल दस के खिलाफ आचार संहिता और कोविड महामारी के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
वहीं यूपी विधानसभा के लिए होने वाले चुनाव की घोषणा के साथ ही प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गयी है। बिना अनुमति के राजनीतिक कायर्क्रम करने, गाड़ियों पर पार्टियों का झण्डा लगाकर चलने पर रोक है। चुनाव कोविड काल में हो रहा है इसलिए चुनाव आयोग ने चुनावी रैली, जनसभा व भीड़ एकत्रित पर भी रोक लगाया है। इसका पालन न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। पूरे शहर से राजनीतिक पार्टियों का बैनर-पोस्टर हटवाया जा रहा है। कहीं भीड़-भाड़ ना इस पर नजर रखी जा रही है।