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यूपी: वाराणसी में पश्चिमोत्तर से चल रही हवाओं ने बढ़ाई गलन, दोपहर बाद सूरज की रोशनी ने दी राहत। .
वाराणसी। घने कोहरे के आवरण में लिपटी सुबह ने लोगों की दिनचर्या प्रभावित कर दिया। तापमान में आई गिरावट से लोगों के हाड़ कांप उठे। पश्चिमोत्तर से चल रही बर्फीली हवा की गति बढ़ने से तीव्र गलन से लोग कठुआ गए। हालात यह कि 11 बजे के बाद तक कोहरा छंट नहीं सका था। उम्मीद है कि तीन बजे के बाद ही सूर्य की किरणें दिख सकेंगी। घने कोहरे के चलते सुबह दृश्यता 100 मीटर तक रह गई थी।
वहीं धूप नहीं निकलने से दिन का तापमान आज भी कम रहने की ही संभावना प्रबल है। कड़ाके की पड़ रही ठंड से लोगों का जनजीवन प्रभावित हो चला है। पिछले दो दिनों से अधिकतम तापमान नहीं बढ़ने से सह 17.5 डिग्री सेल्सियस पर स्थिर रहा है। मौसम विज्ञानियों का मानना है कि अगर धूप नहीं हुई तो तापमान में और गिरावट होंगी।
वहीं ऐसे में लोगों को बचकर रहना होगा। शुक्रवार को जहां दिन का अधिकतम तापमान स्थिर रहा, वहीं न्यूनतम तापमान में गिरावट आई थी। अधिकतम तापमान इस शरद सत्र में अब तक का सबसे कम दो दिन से बना हुआ है। न्यूनतम तापमान भी गिरकर 9.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुई।
वहीं दूसरी तरफ़ चार दिन पूर्व हुई 7.8 मिली बारिश के बाद लुढ़कते पारे ने ठंड को काफी बढ़ा दिया है। हालात यह कि गुरुवार और शुक्रवार इस शरद ऋतु में अब तक का सबसे ठंडा दिन रहा, शुक्रवार को छंटना शुरू हुई तो दोपहर होते होते धूप निकल आई। मौसम साफ होने का परिणाम यह हुआ कि शनिवार को कोहरा और घना हो गया। अब आज दोपहर बाद ही कोहरा छंटने और धूप खिलने की संभावना है।
वहीं वरिष्ठ मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय ने बताया कि अभी चार-पांच दिनों बाद जहां इस शीतलहर से थोड़ी राहत मिलने का समय आएगा तो उसके एक-दो दिन बाद ही एक तीव्र शीतलहर आकर मौसम को फिर बिगाड़ देगी। उन्होंने बताया कि आगामी 04 जनवरी तक एक तीव्र पश्चिमी विक्षोभ का झाेंका जम्मू-कश्मीर में घुसेगा।
वहीं तेज गति से आगे बढ़ते हुए वह जम्मू-कश्मीर, हिमाचल में तेज बर्फबारी तो पंजाब, हरियाणा में तेज बारिश का कारण बनेगा। लगभग 7-8 जनवरी तक वह विक्षोभ पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रवेश करेगा और फिर कड़ाके की ठंड का सामना लोगों काे करना पड़ेगा। उसका प्रभाव कुछ लंबा रहने की संभावना है।