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उत्तराखंड: बुल्ली बाई एप में गिरफ्तार श्वेता के किए की सजा भुगतेगा अब पूरा परिवार।
उत्तराखंड। रुद्रपुर में बुल्ली बाई एप मामले में फंसी श्वेता दोषी है या निर्दोष यह पुलिस की जांच और कोर्ट तय करेगी। पर उसकी सजा अभी से परिवार को मिलनी शुरू हो गई है। श्वेता सिंह के भाई-बहनों को मकान स्वामी ने मकान छोड़ देने के लिए कह दिया है। ऐसे में अब स्वजन दूसरा मकान खोज रहे हैं। वहीं, श्वेता के अनुसार उसने मामले में न्याय मिलने की आस है।
वहीं बुल्ली बाई एप में मंगलवार को पुलिस ने आदर्श कालोनी निवासी श्वेता को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पता चला कि वे लोग मूलरूप से उत्तर प्रदेश के हैं। वर्षों पहले परिवार यहां आ गया। पिता सिडकुल की कंपनी में काम कर रहे थे। मां की वर्षों पहले मौत हो गई जबकि पिता की कोविड से जान चली गई।
वहीं इसके बाद श्वेता अपनी बड़ी व छोटी बहन के साथ ही भाई के साथ आदर्श कालोनी में किराए के मकान में रहने लगी। श्वेता की बुल्ली बाई एप में गिरफ्तारी के बाद मकान स्वामी ने भी उसकी बहनों को मकान छोडऩे के लिए कह दिया था।
वहीं बीते गुरुवार को श्वेता की बहन ने मीडिया को फोन पर बताया कि मामला सामने आने के बाद उनसे मकान स्वामी ने घर खाली करने को कहा था। ऐसे में दूसरी जगह मकान देख रही है। कहा कि उसकी बहन निर्दोष है, उन्हें विश्वास है कि जल्द ही उसकी रिहाई हो जाएगी।
वहीं दूसरी तरफ़ लोगों का कहना है कि इसमें कहीं न कहीं पुलिस की भी बड़ी लापरवाही है। श्वेता पर दोष साबित नहीं हुआ उससे पहले ही उसे अपराधी घोषित कर दिया। उसके पूरे परिवार का विवरण सार्वजनिक कर दिया। उसके नाबालिग भाई के स्कूल, क्लास आदि सब विवरण दे दिया गया। अभी मकान खाली करने का फरमान आया है। कल को कोई स्कूल एडमीशन नहीं देगा इसका जिम्मेदार कौन होगा। उसका बचपन झटके में छीन लिया गया। यह पूरी तरह से मानवाधिकार हनन है।