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जब किसान ने 'केला' देने के लिये प्रधानमंत्री मोदी से मांगा वक्त, पीएम मोदी ने दिया ऐसा रिएक्शन
लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की किसानों के साथ वर्चुअल बातचीत में एक हल्का फुल्का क्षण देखा गया, जब लखनऊ में कृषक उत्पादक संगठन (FPO) के सदस्य एक किसान ने अपनी खेतों में उपजे केले पेश करने के लिए उनसे मिलने का समय मांगा.
पीएम ने कृषि उत्पादों के बारे में ली जानकारी
बातचीत के दौरान मेज पर रखे कृषि उत्पादों की ओर इशारा करते हुए मोदी ने पूछा, 'आपने यहां इतने उत्पाद रखे हैं, क्या ये सभी छोटे किसानों द्वारा उगाए गए हैं?' इस पर कृषक उत्पादक संगठन (FPO) के सदस्य धर्मचंद ने कहा कि सभी चीजें छोटे किसानों के खेतों की उपज हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि केले का आकार काफी बड़ा लगता है. इसपर धर्मचंद ने कहा, 'अरे साहब यह मेरा ब्रांडेड केला है, ‘नवीन केला’. एक बार मौका दीजिए, आप हमको बुलाइए तो हम लेकर आयें, आप खाइए, देखिए कितना मजा है.' इसपर प्रधानमंत्री सहित अन्य लोग अपनी हंसी नहीं रोक सके. मोदी ने कहा, ‘आपके विचार का आभारी हूं.’
मोदी ने कहा, 'मेरे देश के छोटे-छोटे किसानों का जो आत्मविश्वास हैं और आप जिस आत्मविश्वास से सबको बता रहे हैं, देश भर के किसान आपकी बात सुन रहे हैं. सभी को प्रेरणा और उत्साह मिलेगा. आपने किसानों की मेहनत को ताकत दी है, मुझे पूरा विश्वास है कि आपका यह एफपीओ खूब फूलेगा-फलेगा. आपके पड़ोस में और एफएपीओ बनेंगे और एफपीओ द्वारा छोटे किसानों को बढ़ाने का जो मेरा लक्ष्य है उसमें आप जैसे साथी बहुत बड़ी ताकत हैं. मैं आपको और आपके साथ जुड़े सभी किसानों को नमस्कार करता हूं.'
इससे पहले किसान धर्मचंद ने कहा, 'हम किसानों को अधिक उपज देने वाली किस्म के बीज उपलब्ध कराते हैं. हम उन्हें जैविक खेती करने के लिए प्रेरित भी करते हैं और फूलों की खेती भी करते हैं.' प्रधानमंत्री द्वारा फूलों के बाजार के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘ये फसल स्थानीय फूल मंडी में बेचा जाता है.’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को 10.09 करोड़ किसानों को पीएम-किसान योजना के तहत 20,900 करोड़ रुपये की 10वीं किस्त जारी की. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan) योजना के तहत पात्र किसानों को एक साल में 6,000 रुपये की वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाती है.
वर्चुअल कार्यक्रम में मोदी ने 351 कृषक उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को 14 करोड़ रुपये से अधिक का इक्विटी अनुदान भी जारी किया. इससे 1.24 लाख किसानों को फायदा होगा. इस कार्यक्रम में नौ राज्यों के मुख्यमंत्री, विभिन्न राज्यों के मंत्री और कृषि संस्थानों के प्रतिनिधि भी वर्चुअल तरीके से शामिल हुए.