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यूपी : बनारस सूरत और मुंबई की ट्रेनों में सीटें 10 मार्च तक हुआ फुल, वहीं दिल्ली के लिए तीन मार्च तक करना होंगा वेटिंग।
वाराणसी। वैवाहिक लग्न में बैंड बाजे का शोर थमने के बाद कामगारों का पूर्वांचल से महानगरों की ओर लौटने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसका असर ट्रेनों में साफ तौर पर देखा जा सकता है। सूरत और मुंबई की सभी ट्रेनें 10 मार्च तक फुल हो गई है। जबकि दिल्ली की गाड़ियों में तीन मार्च तक जगह नहीं बची। वहीं, आपात स्थितियों में विकल्प तत्काल सेवा की लाइन में दो-दो दिन खड़े से लोगों को खिड़की खुलते ही मायूसी हाथ लग रही है।
वहीं इस बार काम पर लौटने के लिए लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। वाराणसी से बनकर मुंबई, दिल्ली और गुजरात की ट्रेनों में लंबी प्रतीक्षा सूची है। कोहरे के चलते उत्तर भारत क्षेत्र की अधिकांश गाड़ियां बंद होने से दिल्ली रूट पर यह दबाव ज्यादा हो गया है। वहीं, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में वीवीआइपी मूवमेंट का भी असर दिखा।
वहीं दूसरी तरफ़ सूरत जाना बहुत जरूरी है, वहां फैक्टरी से बुलाया जा रहा है। तत्काल टिकट के लिए दो बार आवेदन कर चुका हूं। लेकिन किसी बार सफलता नहीं मिली। कुछ भी समझ नहीं आ रहा। विकलांग होने के बाद भी कोई सहूलियत नहीं मिल रही। रोज- रोज लाइन लगाने पर भी दिल्ली का कंफर्म टिकट नहीं मिल रहा। अब मैं हताश हो चुका हूं।
वहीं 24 घंटे पहले आकर नंबर लगाने के बावजूद तत्काल में कंफर्म टिकट नहीं मिल रहा। यह सिलसिला तीन दिनों से चल रहा है। मुझे मुंबई जाना है। महिला होकर भी पूरी रात आरक्षण केंद्र के बाहर बैठना पड़ता है। कन्फर्म टिकट की आस में तीन दिनों से आरक्षण केंद्र दौड़ रहा हूं। खिड़की पर पहुंचते ही मायूस होकर लौटना पड़ रहा है। काम पर जाने की चिंता हो रही है। आखिर कब तक ऐसा चलेगा।