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यूपी: चंदौली में पीडीडीयू जंक्‍शन पर अब मालगाड़ियों की बढ़ेगी रफ्तार, पूर्वी कारिडोर का 130 किमी ट्रैक  बनकर हुआ तैयार।

यूपी: चंदौली में पीडीडीयू जंक्‍शन पर अब मालगाड़ियों की बढ़ेगी रफ्तार, पूर्वी कारिडोर का 130 किमी ट्रैक बनकर हुआ तैयार।


चंदौली। डेडिकेटेड रेल फ्रेट पूर्वी कारिडोर ने अपनी सफलता में एक और कदम बढ़ाया है। पूर्वी कारिडोर के 130 किलोमीटर ट्रैक पर अब मालगाड़ियों की रफ्तार बढ़ेगी। अप व डाउन के लिए पीडीडीयू से चिरैलापाथु सेक्शन तक काम पूरा हो चुका है। 

वहीं सोमवार को पीडीडीयू से चिरैलापाथु तक इलेक्ट्रिक लोको से ट्रायल किया गया। इस दौरान महाप्रबंधक समन्वय अजीत कुमार मिश्रा ने गुणवत्ता की जांच की। साथ ही इंजन में बैठकर परिचालन की व्यवस्था को देखा।

वहीं डीएफसीसी पूर्वी कारिडोर ने सोननगर व गंजख्वाजा में रेल ओवर ब्रिज का निर्माण कराया गया। बड़ी उपलब्धि से कर्मचारी गदगद हैं। मालगाड़ियों के परिचालन में किसी तरह की रूकावट न हो, इसके लिए डीएफसीसी एक अलग रेल लाइन तैयार कर रही है। यहां तक की मालगाड़ियों के ठहराव के लिए मंडल में आधा दर्जन न्यू स्टेशन का भी निर्माण कराया जा रहा है।

 
वहीं गंजख्वाजा से चिरैला पाथुर तक डीएफसीसी का ट्रैक तैयार हो गया है। यहां तक इस ट्रैक का पूरी तरह से विद्युतीकरण भी कर दिया गया है। व्यवस्था का जायजा लेने के लिए इलेक्ट्रिक लोको इंजन को चलाया गया। महाप्रबंधक समन्वय पूर्वी कारिडोर, डीएफसीसी अजीत कुमार मिश्रा ने नारियल फोड़कर पूजा की। इंजन पर डीएफसीसी की टीम भी सवार थी। इससे पहले 12 हजार हार्स पावर के स्वदेशी इंजन से रेल लाइन की व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया।

वहीं डीएफसीसी के ट्रैक पर देश के शक्तिशाली इंजन को चलाने से पहले टावर वैगन से व्यवस्था जांची जा चुकी है। पिछले साल 21 व 27 मार्च को दो बार में टावर वैगन को चलाया गया था। इस दरम्यान ट्रैक के विद्युतीकरण, सिग्नल सहित अन्य बिंदुओं की पड़ताल की गई थी। अब इलेक्ट्रिक इंजन को चलाने के बाद जल्द ही मालगाड़ियों का परिचालन भी शुरू होगा।

वहीं फ्रेट कारिडोर की लाइन से बिहार व यूपी राज्य को चंदौली और बिहार का कैमूर, रोहताश, औरंगाबाद जिला जुड़ेगा। वहीं न्यू इसीआर पीडीडीयू जंक्शन, न्यू गंजख्वाजा जंक्शन, न्यू सोननगर लिंक, न्यू खुदरा, न्यू करवंदिया, न्यू सोननगर, न्यू दुर्गावती, न्यू चिरैलापौथू स्टेशन भी जुड़ेगा।

वहीं दूसरी तरफ़ पीडीडीयू-गंजख्वाजा सेक्शन के बीच अप और डाउन ट्रैक पर इलेक्ट्रिक लोको ट्रायल पूरा हो चुका है। पीडीडीयू-चिरैलापाथु अप और डाउन पटरियों के बीच पूर्ण कनेक्टिविटी का प्रतीक है। अब पीडीडीयू-चिरैलापाथु 130 किमी सेक्शन के बीच फुल स्केल ट्रेन आपरेशन किया जा सकेगा।