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यूपी: चंदौली के चंधासी मंडी में आ रहा फैक्ट्री का कोयला सिंगरौली में पकड़ाया, जीएसटी टीम ने रास्ते में पकड़ी 40 ट्रकें।
चंदौली। फैक्ट्री के नाम पर सिंगरौली कोल खदान से निकला कोयला चंधासी मंडी पहुंचाने के प्रयास पर जीएसटी टीम ने पानी फेर दिया। सिंगरौली में जांच करने पर पता चला कि 40 ट्रकों में लदा कोयला एशिया की सबसे बड़ी मंडी में पहुंचाया जाना है।
वहीं बिल्टी पर कोल मंडी के एक बड़े व्यापारी का नाम मिला। बुधवार को काले हीरे की मंडी में सर्च टीम धमकी। इस दौरान आधा दर्जन व्यापारियों से घंटे पूछताछ की। दस्तावेज खंगाले गए और डिपो में डंप पड़े कोयले का मिलान किया। लगभग सात घंटे तक टीम के रहने से मंडी में खलबली मची रही।
वहीं लिंकेज के कोयले से चल रही कालाबाजारी बढ़ी ही चतुराई की जा रही है। इस खेल को वाराणसी के अधिकांश व्यापारियों का भी संरक्षण मिल रहा है। वाराणसी के व्यापारियों ने औद्योगिक क्षेत्र, रामनगर, चंधासी, जौनपुर में फैक्ट्रियां स्थापित की हैं। फैक्ट्रियों को चलाने के लिए व्यापारियों ने सरकार की नीति के तहत कोयला मंगा रहे हैं।
वहीं सरकार की तरफ से छूट पर फैक्ट्री संचालकों को सस्ते दर पर कोयला मिल जाता है। फैक्ट्री में आने वाले कोयले को धुंआरहित कर बाजार में बेच देना है। अब बिजली से ही फैक्ट्रियों का संचालन हो रहा है। ऐसे में फैक्ट्री के लिए आने वाले कोयले का सीधे चंधासी कोल मंडी में भंडारण किया जा रहा है। 40 ट्रक जब कोयला लेकर सिंगरौली से निकली तो जीएसटी की टीम ने इसका पर्दाफाश किया।
वहीं टीम के सदस्यों ने एक एक कर सभी व्यापारियों के डिपो की पड़ताल की। अब जांच के बाद भंडारण किए गए कोयला का सही पता चलेगा। टीम ने चेताया भी कि अगर कोयला फैक्ट्री के नाम पर निकला तो व्यापारियों पर कार्रवाई भी की जाएगी। चर्चा रही कि टीम कुछ दिनों बाद फिर से मंडी में धमक सकती है।