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यूपी: वाराणसी में चेतगंज थाने से महज 500 मीटर की दूरी पर रोज कटती हैं चोरी की गाड़ियां।
वाराणसी। चेतगंज थाना क्षेत्र के पिशाचमोचन कबाड़ मंडी में रोज चोरी की कई गाड़ियां कटती हैं। चोरी की गाड़ियों के पाट्र्स को दुकानदार अलग-अलग कर बेचते हैं। यहां कुछ पार्ट्स खरीदने वालों की लंबी लाइन होती है, पार्ट्स के लिए 10 से 15 दिन तक इंतजार भी करना पड़ता है। क्योंकि बाजार रेट से कबाड़ मंडी का पाट्र्स काफी सस्ता पड़ता है।
वहीं चार से पांच घंटे के अंदर गाड़ियों का वजूद खत्म कर दिया जाता है। कोई बता नहीं सकता है कि कटे वाहनों के पार्ट्स हैं। चोरी के वाहनों को काटने के लिए वह अलग से औजार बना रखे हैं। साथ में मजदूर काटने का ठेका लेते हैं। पिछले माह जैतपुरा थाना क्षेत्र में चोरी की 21 गाड़ियां कटते हुए पकड़ी गई थी। उनके खिलाफ जैतपुरा थाने में मुकदमा दर्ज है और पुलिस जांच कर रही है।
वहीं दूसरी तरफ चेतगंज थाने से महज पांच सौ मीटर दूरी पर पिशाचमोचन कबाड़ मंडी है। यहां दुकानों की संख्या 50 से अधिक है लेकिन कई दुकानदारों ने अलग से गोदाम बना रखा है। दाेनों स्थानों पर चोरी की गाड़ियों को काटने का काम होता है लेकिन अंत में पाट्र्स यहीं आकर बिकता है। आश्चर्य इस बात का है कि यहां से कुछी दूरी पर थाने के साथ उच्च अधिकारी बैठते हैं।
वहीं लेकिन वह कार्रवाई नहीं करते हैं, क्योंकि स्थानीय पुलिस का संरक्षण प्राप्त है। हर दुकानदार और गाड़ी कटने का रेट फिक्स है। पिछले दो दशक में पिशाचमोचन मंडी चोरी की गाड़ियों को कटने का कई बार मामला उजागर हो चुका है। चेतगंज पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ जेल भेजकर वाहवाही लूट चुकी है।
वहीं लेकिन आगे उसने कोई कार्रवाई नहीं है। क्योंकि कार्रवाई के नाम पर सिर्फ कोरम पूरा होता है। पिछले माह तत्कालीन चेतगंज एसीपी अनिरूद्ध कुमार के प्रयास से चौकाघाट कबाड़ मंडी में 21 चोरी की गाड़ियां कटते हुए पकड़ी गई थी। नाम प्रकाश में आने पर चौकाघाट चौकी प्रभारी की तहरीर पर छह लोगों के खिलाफ जैतपुरा थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है।
बता दें कि सर्वेश चतुर्वेदी, एआरटीओ (प्रशासन) ने बताया कि कंडम गाड़ी को वाहन स्वामी कटवाता है। विभाग का सभी बकाया टैक्स जमा करने के साथ वाहन स्वामी को गाड़ी कटवाना चाहिए लेकिन ऐसा होता नहीं है और न ही वाहन स्वामी विभाग को सूचना देता है, ऐसे में विभाग के रिकार्ड में वाहन वजूद में रहता है। इसके लिए कमिश्नरेट पुलिस को पत्र लिखा गया है।