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यूपी : कानपुर नगर निगम 72 हजार ईंटों के साथ खर्च कर होलिका से सड़क को बचाने का करेंगे कोशिश।
कानपुर। होली शुरू होने में 22 दिन बचे हैं। कई चौराहों पर होलिका दहन के लिए लकड़ी रखी जाने लगी है। जाम न लगे इसके लिए लकड़ी को बीच में किया जा रहा है, ताकि वाहन निकल सकें। साथ ही नगर निगम ने सड़कों को बचाने के लिए होलिका वाले स्थानों को जोनवार चिह्नित करके सूची तैयार करनी शुरू कर दी है ताकि होलिका दहन से सड़कों को बचाने के लिए बालू और ईंट रखी जा सके। करीब 36 सौ स्थानों में होलिका दहन होता है। इसके लिए 72 हजार ईंट और 36 हजार किलोग्राम बालू खरीदी जाएगी।
वहीं 17 मार्च को होलिका दहन होगा। शहर में बंसत के दिन से कई इलाकों में होलिका दहन के स्थान पर लकड़ी रखी जाने लगती है। ग्वालटोली, सर्वोदय नगर, परमट समेत कई इलाकों में होलिका दहन के लिए लकड़ी रखी जाने लगी है। शहर के हर कोनों में होलिका दहन होता है। कई जगह तो सौ मीटर दूरी पर तीन-तीन जगह होलिका दहन होता है। होलिका जलने पर तारकोल गरम होकर उखड़ जाता है। इसको लेकर नगर निगम होलिका दहन वाले स्थानों पर पहले ईंट, बालू और मिट्टी रखी जाती है इसके ऊपर लकड़ी रखी जाती है, ताकि सड़क न उखड़े।
वहीं हर जोन में होलिका दहन में ईंट और बालू लगाने के लिए जोनवार अभियंत्रण विभाग की टीमें लगाई जाएगी। वहीं एसके सिंह, मुख्य अभियंता नगर निगम ने कहा कि होलिका दहन के स्थान पर ईंट और बालू की खरीदारी विभागीय स्तर पर की जाती है। एक हफ्ते पहले होलिका दहन स्थल पर पहले ईंट, बालू व मिट्टी रखी जाएगी। जोनवार टीमों को आदेश दिए गए है।