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यूपी : प्रदेश में कल से खुलेंगे नर्सरी से कक्षा 8 तक के सभी स्कूल, वहीं सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने बढ़ाया बच्‍चों का हौसला।

यूपी : प्रदेश में कल से खुलेंगे नर्सरी से कक्षा 8 तक के सभी स्कूल, वहीं सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने बढ़ाया बच्‍चों का हौसला।


लखनऊ। कोरोना वायरस के संक्रमण की रफ्तार कम होने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने 14 फरवरी यानी कल से सभी स्कूलों को फिर से खोलने का बड़ा फैसला लिया है। आज मुख्‍यमंत्री योगीआदित्‍यनाथ ने ट्वीट कर बच्‍चों का हौसला बढ़ाया। उन्‍होंने कहा क‍ि प्यारे बच्चों, खूब पढ़ो खूब बढ़ो। आप ही नए भारत के भविष्य हैं। आपकी सुरक्षा, हमारा संकल्प है।

वहीं सोमवार से राज्य में नर्सरी से लेकर कक्षा आठ तक के सभी सरकारी और निजी स्कूल खुल रहे हैं। अब विद्यार्थियों को भौतिक रूप से कक्षाओं में पढ़ने आना होगा। आनलाइन कक्षाएं नहीं चलेंगी। मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। बता दें कि पिछले सप्ताह कक्षा नौ से लेकर इंटरमीडिएट तक के माध्यमिक स्कूल, विश्वविद्यालय और डिग्री कालेजों को खोलने का फैसला लिया गया था।

वहीं शासन के इस फैसले से न सिर्फ स्कूल संचालकों को राहत मिलेगी बल्कि बच्चों को भी बंद कमरे से खुले आसमान का खुशनुमा माहौल मिलेगा। प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर और भीषण ठंड के कारण चार जनवरी से स्कूलों में शिक्षण कार्य बंद कर दिया गया था। अभी तक यहां आनलाइन कक्षाएं चल रही थी, लेकिन अब कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए भौतिक रूप से कक्षाएं शुरू की जाएंगी।

वहीं तीसरी लहर के शुरुआत होते ही शासन स्तर पर स्कूल और कालेज बंद रखने के निर्देश जारी कर दिए गए थे। इसके तहत सबसे पहले 15 जनवरी तक स्कूल बंद के आदेश जारी हुए थे। फिर 16 जनवरी से 23 जनवरी, फिर 24 से 30 जनवरी तक बंद के आदेश हुए। इसके बाद 6 फरवरी तक सभी स्कूलों को बंद करने के आदेश दिए गया। 7 फरवरी से कक्षा 9 से 12 तक की कक्षाएं संचालित की जाने के आदेश जारी किए गए।

1. स्कूल परिसर में सभी के लिए मास्क पहनना अनिवार्य है।

2. यदि किसी को भी जुकाम, बुखार आदि के लक्षण दिखते हैं तो उसे चिकित्सीय सलाह के साथ उनके घर पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

3. कोई भी आयोजन तब ही किया जाए जब उसमें फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा सकता हो।
सांस्कृतिक गतिविधियों में कोविड प्रोटोकाल लागू होगा।
स्कूलों को प्रतिदिन सेनेटाइज करना होगा।

4. प्रवेश करते समय शिक्षकों, कर्मचारियों व छात्र-छात्राओं की थर्मल स्कैनिंग की जाए।

5. हाथों को सेनेटाइज कराने की व्यवस्था गेट पर ही की जाए।