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विदेश : यूक्रेन व रूस के बीच छिड़ी जंग के बाद खारकीव के अंधेरे बंकरों में छिपने को मजबूर भारतीय छात्र।

विदेश : यूक्रेन व रूस के बीच छिड़ी जंग के बाद खारकीव के अंधेरे बंकरों में छिपने को मजबूर भारतीय छात्र।


विदेश। यूक्रेन व रूस के बीच लगी जंग के बाद भारतीय छात्र आफत में हैं। फलाइट्स रद होने के चलते अब उनका भारत आना भी मुश्किल हो गया है। भारतीय छात्रों ने यूक्रेन के शहर खारकीव में 110 साल पुरानी इमारत में बने बंकरों के अलावा मेट्रो स्टेशनों पर शरण ली हुई है और अपने देश लौटने का इंतजार कर रहे हैं।

वहीं खारकीव के एक बंकर में बैठे बठिडा जिले की मौड़ मंडी के छात्र लवकेश कुमार ने मीडिया को बताया कि युनिवर्सिटी के सभी छात्रों को बंकरों व मेट्रो स्टेशनों में बैठने के लिए कहा गया है, क्योंकि बाहर का माहौल ठीक नहीं है। बंकरों में बैठे हुए भी हमें धमाकों, हवाई जहाजों व टैंकों आदि की भयानक आवाजें सुन रही हैं। 

वहीं यूक्रेन सरकार ने कहा है कि कोई भी बंकर से बाहर न निकले। कुछ छात्रों को हंगरी व पोलैंड के रास्ते बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है, लेकिन हमारा शहर तो सिर्फ रूस के साथ ही लगता है। ऐसे में हम घिरे हुए हैं और कहीं भी नहीं जा सकते। पोलैैंड व हंगरी के बार्डर हमसे बहुत दूर पड़ते हैं। हमें वहां पर जाने की अज्ञा ही नहीं है।

वहीं लवकेश कुमार की 28 फरवरी की फ्लाइट थी, लेकिन अब सभी फ्लाइटें रद हो गई हैं। लवकेश कुमार ने बताया कि यहां मौसम काफी ठंडा है और बर्फबारी हो रही है। हवा भी प्रदूषित हो चुकी है। हवा में से बारूद की गंध आ रही है औ सांस लेने में भी काफी दिक्कत आ रही है। 

वहीं लवकेश कुमार को यह चिता सता रही है कि उनकी डिग्री पूरी होने वाली थी। सिर्फ दो महीने ही बाकी थे। अब पता नहीं डिग्री मिलेगी भी या नहीं। यूक्रेन सरकार ने 18 से 60 साल के लोगों को हथियार उठाने को कहा हैं। वहीं लवकेश कुमार ने बताया कि यूक्रेन की सरकार ने यूक्रेन के 18 से 60 साल तक की आयु के लोगों को हथियार उठाने को कहा है। उन्होंने कहा कि देश के लिए कुछ करने अब समय है। अपने देश की हिफाजत के लिए आगे आएं।