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भुवनेश्वर: ओडिशा नगर निगम चुनाव में मतदाताओं के लिए पहली बार होगा नोटा बटन।

भुवनेश्वर: ओडिशा नगर निगम चुनाव में मतदाताओं के लिए पहली बार होगा नोटा बटन।


भुवनेश्वर। ओडिशा में पंचायत चुनाव के बाद नगर निगम का चुनाव होगा। इस बार मतदाताओं के लिए नगर निगम चुनाव में नोटा का भी विकल्प रखा गया है। यह जानकारी शुक्रवार को राज्य चुनाव आयुक्त की तरफ से दी गई है। पहले से ही विधानसभा व लोकसभा चुनाव में नोटा का प्रयोग होता है। राज्य चुनाव आयुक्त की तरफ से जारी सूचना के मुताबिक, ईवीएम पैनल में अंतिम उम्मीदवार के नाम के बाद उपरोक्त उम्मीदवार में से कोई नहीं है, उल्लेख रहेगा। 

वहीं गौरतलब है कि नगर निगम चुनाव के लिए एक दिन पहले राज्य चुनाव आयुक्त ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इस बैठक में इस बार चुनाव में ईवीएम के प्रयोग करने की बात कही गई है। इसके साथ ही इस बार नगर निगम चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक उम्मीदवार को नामांकन पत्र दाखिल करते समय हलफनामा भी दाखिल करना होगा। नगर निगम चुनाव में उम्मीदवार कितनी धनराशि खर्च कर पाएंगे, इस संदर्भ में भी सभी राजनीतिक दल के प्रतिनिधि को अवगत करा दिया गया है।

वहीं दूसरी तरफ़ ओडिशा में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर पूरे राज्य में चल रहे प्रचार-प्रसार के बीच ब्रह्मगिरी विधानसभा क्षेत्र में चुनाव से पहले हिंसा की एक घटना सामने आई है। दो राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं के बीच संघर्ष में एक महिला समेत छह लोग घायल हो गए हैं। सभी घायलों को स्थानीय रेवला नुआगां सामूहिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। घटना ब्रह्मागिरी ब्लाक मणपड़ा पंचायत अंतर्गत दंडुआसीपड़ा गांव की है। 

वहीं बुधवार की रात एक पार्टी के नेता दंडुआसीपड़ा गांव में चुनाव प्रचार कर रहे थे। इस बीच एक महिला संबंधित नेता पूछ बैठी कि दो साल पहले उसका घर जल गया था, जिसे बनाने का आश्वासन आपने दिया था, परंतु बात हवा-हवाई साबित हुई। थोड़ी देर की बहस के बाद सभी चले गए। इसके बाद गुरुवार की सुबह संबंधित दल के लोग लोग महिला के घर पहुंचे और गाली गलौज करने लगे। इस बीच महिला के समर्थन में दूसरे दल के समर्थक भी आ धमके। देखते ही देखते दोनों पक्ष में मारपीट शुरू हो गई। फिर ईंट-पत्थर चलने लगे। इसमें एक महिला समेत छह लोग घायल हो गए।

वहीं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में बीजू जनता दल की बिझारपुर विधायक प्रमिला मलिक पर मतदाताओं को चेतावनी देने का आरोप सामने आया है। जानकारी के अनुसार, बिझारपुर ब्लाक अलकुंड पंचायत तथा गांव में गुरुवार को बीजद की चुनावी सभा हो रही थी। इस सभा में अतिथि के तौर पर शामिल क्षेत्रीय विधायक प्रमिला मलिक ने बीजद समर्थित सरपंच पद के उम्मीदवार गणेश साहू के पक्ष में वोट देने को कहा। 

वहीं विधायक ने कहा कि यदि और किसी को वोट दिए तो वृद्धा भत्ता, राशन एवं आवास योजना में घर के लिए मुझसे मत कहना। विधायक के इस वक्तव्य को लेकर विपक्षी सत्तारूढ़ बीजद पर मुखर हो गए हैं। उनका कहना है शासक दल मतदाताओं को धमका कर अपने उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान कराने की कोशिश कर रहा है।