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बिहार : नालंदा में चाबी चुभोते ही मृत युवक के शरीर में आ जान, वहीं डाक्टर के मृत बताने पर दाह संस्कार की परिजनों ने की थीं तैयारी।

बिहार : नालंदा में चाबी चुभोते ही मृत युवक के शरीर में आ जान, वहीं डाक्टर के मृत बताने पर दाह संस्कार की परिजनों ने की थीं तैयारी।


बिहार। पटना रेल हादसे में मंगलवार को घायल हिलसा थाना क्षेत्र के बेलवा बाग गांव निवासी संजय प्रसाद यादव के 18 वर्षीय पुत्र रोशन कुमार को पटना के कांटी फैक्ट्री रोड स्थित नोबल हास्पिटल के डाक्टरों ने गुरुवार को मृत घोषित कर दिया। बेटे को खाने के गम के बीच परिवार के सदस्य शव को वापस नालंदा ले आए। 

वहीं स्वजनों का रोना-पिटना मचा ही था कि हिलसा में घर आए एक कंपाउंडर ने रोशन के शरीर पर चाभी चुभोनी शुरू कर दी। इसपर रोशन के शरीर में हरकतें होने लगीं। उम्मीद लगाए स्वजन उसे दोबारा पटना ले आए। लड़के का इलाज राजधानी के दनियावां में एक निजी क्लीनिक में चल रहा है। लड़के की हालत में सुधार है। स्वजनों में भी खुशी है। अब डाक्टर पर स्वजन प्रश्न चिह्न खड़े कर रहे हैं। 

वहीं मिली जानकारी के अनुसार नालंदा के हिलसा का रहने वाला रोशन कुमार ट्रेन के चपेट में आने से मंगलवार को बुरी तरह से जख्मी हो गया था। उसकी हालत गंभीर देर स्वजन उसे इलाज के लिए पटना ले आए, जहां डाक्टर ने रोशन को मृत घोषित कर दिया। मायूस होकर स्वजन शव को वापस नालंदा लेकर आ गए। घर पर दाह-संस्कार की तैयारी भी होने लगी। 

वहीं दूसरी तरफ़ मौत की सूचना मिलने पर घर आए कंपाउंडर को कुछ शंका हुई। उसने युवक के पैर में चाबी चुभाकर देखी। ऐसा करते ही युवक ने पैर हिलने लगे। यह देख स्वजनों की खुशी का तो ठिकाना ही नहीं रहा। आनन-फानन स्वजन फिर रोशन को पटना लेकर निकले। रास्ते में दनियावां के एक निजी चिकित्सालय में उसे भर्ती करा गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। रोशन की स्थिति सुधार हो रहा है। स्वजन युवक को बचाने के लिए पूजा-अर्चना भी कर रहे हैं।