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बिहार : पूर्णिया के अवर निबंधक की डायरी ने उगले काली कमाई व बंदरबांट का सारे राज।

बिहार : पूर्णिया के अवर निबंधक की डायरी ने उगले काली कमाई व बंदरबांट का सारे राज।


बिहार। पूर्णिया के अवर निबंधक द्वारा निबंधन कार्यालय में अवैध ढंग से कमाई का खुलासा होने के बाद निगरानी जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे है। निगरानी को पूर्णिया अवर निबंधक कार्यालय से एक डायरी मिली है, जिसमें उन लोगों के नामों का उल्लेख है जिनके बीच निबंधन कार्यालय की अवैध कमाई बांटी जाती थी। इस डायरी ने कई बड़े नेताओं के अलावा कई पार्टी के छोटे एवं स्थानीय नेता, पत्रकार एवं अधिकारियों की नींद उड़ा दी है।

वहीं इसमें कई ऐसे नाम है, जिनके खुलासे के बाद उनकी परेशानी बढ़ सकती है। निगरानी उन्हें पूछताछ के लिए बुला भी सकती है। पूर्णिया के अवर निबंधक उमिलेश प्रसाद सिंह के खिलाफ निगरानी ने आय से अधिक संपति अर्जित करने का मामला दर्ज किया है। निगरानी ने अवर निबंधक द्वारा खरीदी गई जमीन की बिक्री पर रोक लगाने को लेकर उन जिलों के अवर निबंधक को पत्र भेजकर सूचित कर दिया है जिस जिले में उनके द्वारा जमीन खरीदी गई है।

वहीं पूर्णिया के अवर निबंधक उमिलेश प्रसाद सिंह ने पूर्णिया में पदस्थापना के दौरान अप्रैल माह 2021 में कसबा में पांच कट्टा जमीन खरीदी। यह जमीन अवर निबंधक ने अपनी पत्नी रेणु देवी के नाम से खरीदी। जमीन का निबंधन 12 अप्रैल 2021 को कराया गया। यह जमीन रामबाग सदर थाना क्षेत्र के विजय कुमार चौधरी से खरीदी गई। इस पांच कट्टा जमीन को लेकर तीन लोगों ने निबंधन किया।

वहीं जिसमें जय कुमार चौधरी पिता लटटू चौधरी, निशांत कुमार सिंह पिता वीरेन्द्र कुमार सिंह एवं विजय कुमार चौधरी पिता छोटे लाल चौधरी शामिल हैं। यह जमीन कसबा सर्किल के पुपरिया मौजा के खाता 40 एवं 296 से खरीदी गई। इस जमीन का सरकारी मूल्य पांच लाख बताया गया है। अवर निबंधक उमिलेश प्रसाद सिंह के मामले की जांच कर रही निगरानी टीम का मानना है की अवैध कमाई कमाने के दौरान अपने कई सगे संबंधी एवं रिश्तेदारों के नाम भी उनके द्वारा चोरी छिपे जायदाद खरीदी गई है। 

वहीं दूसरी तरफ़ अवर निबंधक जिस स्कार्पियो वाहन का उपयोग कर रहे थे वह वाहन की खरीद एवं किराए पर लगाने की बात भी सवालों के घेरे में हैं। निगरानी जांच में यह बात सामने आई है कि यह स्कार्पियो वाहन मुकेश कुमार द्वारा पूर्णिया के ब्रजेश आटो मोबाइल्स से पांच अगस्त 2020 को की गई थी। इसके लिए 31 जुलाई को 11 हजार नकद जमा कर वाहन खरीददारी के लिए नंबर लगाया गया था और वाहन बुक कराया गया था। 

वहीं इसके बाद मुकेश कुमार के मोबाइल नंबर 9401535340 के पेटियम से तीन बार एक - एक लाख और एक बार पचास हजार की राशि भेजी गई। गाड़ी खरीद के लिए यह रकम 30 जुलाई से दो अगस्त के बीच ब्रजेश आटो मोबाइल्स के खाते में भेजी गई। इसके बाद पंजाब नेशनल बैंक के दो चेक जमा कराए गए और फिर बांकी के लगभग डेढ़ लाख रूपए नकद जमा कर स्कार्पियो वाहन की खरीददारी की गई। 

वहीं दूसरी तरफ़ अब निगरानी इस बात की जांच कर रही है कि जो पंजाब नेशनल बैंक के नौ लाख के चेक वाहन के लिए जमा किया गया वह किस खाते से और किसके नाम का है। इस मामले में भी कई लोगों पर गाज गिरनी तय मानी जा रही है। पूर्णिया के अवर निबंधक के पास आय से अधिक संपति मामले की जांच में लगातार कई तरह की जानकारी निगरानी को मिल रही है। निगरानी ने अवर निबंधक द्वारा खरीदी गई सभी जमीन की खरीद बिक्री पर रोक लगाने का अनुरोध संबंधित जिले के अवर निबंधक को पत्र लिखकर किया है।